कांग्रेस का ‘राजभवन मार्च : दीपेंद्र हुड्डा,सहित 50 से अधिक नेता हिरासत में लिए

चंडीगढ़: हिडनबर्ग रिपोर्ट को लेकर हरियाणा कांग्रेस का राजभवन कूच सफल नहीं हो पाया। चंडीगढ़ पुलिस ने रास्ते में ही कांग्रेसी नेताओं को रोक लिया। इस दौरान पुलिस और नेताओं में तीखी नोंक झोंक हो गई।इस मौके पर पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेता और विधायक मौजूद रहे।
पुलिस ने बैरिकेडिंग करके मार्च को रास्ते में रोकने की कोशिश की। इसके विरोध में पार्टी के 3 कार्यकारी अध्यक्षों, करीब 2 दर्जन विधायकों, पूर्व विधायकों, पूर्व सांसदों समेत सैंकड़ों नेताओं व कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी दी। गिरफ्तारी के बाद चंडीगढ़ पुलिस थाने में दीपेन्द्र हुड्डा ने हरियाणा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और बेरोजगारी, महंगाई, पुरानी पेंशन स्कीम, बुढ़ापा पेंशन, 100-100 गज के मुफ़्त प्लॉट समेत भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार, घोटालों व झूठे वादों की याद दिलाई। इसी दौरान पार्टी नेताओं ने राज्यपाल प्रतिनिधि को हिंडनबर्ग रिपोर्ट की जेपीसी जांच की मांग के लिए ज्ञापन सौंपा।
इस मौके पर दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि सरकार पूरी तरह भ्रष्टाचार में लिप्त हो चुकी है और गलत तरीके से बड़े उद्योगपतियों को लाभ पहुंचा रही है। सरकार की नीतियों के चलते अमीर और गरीब के बीच अंतर लगातार बढ़ रहा है। कांग्रेस के साथ 18 विपक्षी दल लगातार हिंडेनबर्ग रिपोर्ट की जांच ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी से करवाने की मांग कर रहे हैं। क्योंकि यह मामला सिर्फ एक उद्योगपति से नहीं बल्कि देश के करोड़ों लोगों की पूंजी से जुड़ा हुआ है।
चौधरी उदयभान ने कहा कि अडानी ग्रुप के घोटाले की वजह से एलआईसी और एसबीआई को हजारों करोड़ का घाटा उठाना पड़ा। करीब 10 लाख निवेशकों की गाढ़ी कमाई भी डूब गई। इसलिए हिंडनबर्ग रिपोर्ट की निष्पक्ष जांच जरूरी है।