“कुल्लू अस्पताल में अत्याधुनिक ‘बेरा टेस्ट’ सुविधा, अब सुनने की समस्या वाले मरीजों को नहीं जाना पड़ेगा बाहर: डॉ. पवार”

कुल्लू – जिला कुल्लू के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नाग राज पवार ने बताया कि क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में अब अत्याधुनिक बेरा टेस्ट (BERA Test) की सुविधा उपलब्ध हो गई है। इस सुविधा के शुरू होने से अब श्रवण संबंधी समस्याओं से जूझ रहे मरीजों को जांच के लिए शिमला स्थित आईजीएमसी या टांडा अस्पताल नहीं जाना पड़ेगा। डॉ. पवार ने बताया कि पहले ऐसे मरीजों को बाहरी संस्थानों में भेजा जाता था, जिससे उन्हें यात्रा की कठिनाइयों, समय की बर्बादी और आर्थिक बोझ का सामना करना पड़ता था। अब यह सुविधा स्थानीय स्तर पर उपलब्ध होने से मरीजों को बड़ा राहत मिली है। पूर्व में अस्पताल में केवल पीटीए टेस्ट (Pure Tone Audiometry) ही उपलब्ध था, जो श्रवण क्षमता की सटीक जांच के लिए पर्याप्त नहीं था। बेरा मशीन की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही थी। यह मशीन अक्टूबर 2024 में सरकार एवं स्थानीय विधायक श्री सुंदर सिंह ठाकुर के सहयोग से स्थापित की गई। इसे साम्फिया एवं क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू के संयुक्त तत्वावधान में संचालित जिला प्रारंभिक हस्तक्षेप केंद्र (DEIC) में लगाया गया है।
उन्होंने बताया कि पूर्व में दिव्यांगता शिविरों के दौरान कई मरीजों को श्रवण जांच के लिए अन्य संस्थानों में भेजना पड़ता था, जिससे उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता था। अब यह सुविधा कुल्लू में ही उपलब्ध है, जिससे उन्हें बाहर जाने की आवश्यकता नहीं रही। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि अक्टूबर 2024 से अब तक लगभग 130 मरीजों की बेरा जांच की जा चुकी है, जिनमें बच्चे और बुज़ुर्ग दोनों शामिल हैं। यह सुविधा विशेष रूप से बच्चों में श्रवण दोष की शीघ्र पहचान और उपचार में सहायक सिद्ध हो रही है। अंत में डॉ. नाग राज पवार ने जिलेवासियों से अपील की कि जिन लोगों को सुनने में किसी प्रकार की समस्या हो, वे क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में आकर इस सुविधा का लाभ अवश्य लें।