डीएससी समाज की ‘पावरफुल’ हुंकार, भाजपा ही हर बार,अब बदल गई राजनीतिक दिशा
चंडीगढ़/ जींद। भगवान वाल्मीकि जयंती समारोह ने हरियाणा की राजनीति में इतिहास रच दिया। डीएससी समाज के लोगों की उमड़ी अपार भीड़ ने भाजपा पर मुहर लगा दी। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने एक से बढ़कर एक सौगातें डीएससी समाज को दी। वाल्मीकि जयंती समारोह में पूरे प्रदेश से डीएससी समाज के लोग आए हुए थे। जितने लोग पंडाल में कुर्सियों पर बैठे थे उससे कहीं ज्यादा पंडाल के बाहर खड़े होकर भाजपा के “जयकारे” लगा रहे थे। जींद के एकलव्य स्टेडियम में हुए इस समारोह के दौरान स्टेडियम की सीढ़ियां तक लोगों से भरी हुई थी। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने घोषणाएं करने में कसर नहीं छोड़ी तो डीएससी समाज ने भी भाजपा पर अपना विश्वास जताने में कंजूसी नहीं बरती। हरियाणा विधानसभा चुनाव का रुख बदलने वाले “पावरफुल डीएससी समाज” ने हुंकार भर दी है कि हरियाणा में भविष्य में सिर्फ और सिर्फ भाजपा की ही सरकार बनाएंगे। डीएससी समाज ने ‘आरक्षण में वर्गीकरण’ का फैसला लागू करने पर मुख्यमंत्री नायब सैनी को शेर की संज्ञा दी। समाज के प्रबुद्ध जनों ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सैनी ने शेरनी का दूध पिया है, इसी कारण हरियाणा आरक्षण में वर्गीकरण को लागू करने वाला देश का पहला प्रदेश बना है। डीएससी समाज ने मुख्यमंत्री नायब सैनी का जोरदार सम्मान किया, सैनी ने भी समाज को भरोसा दिलाया कि डीएससी समाज ने सम्मान की जो पगड़ी मेरे सिर पर रखी है, उसे मंदिर में रख कर पूजा करने का काम करेंगे। भाजपा और डीएससी समाज की कदम ताल से हरियाणा की राजनीति में नया इतिहास रचा दिया है। समारोह में उमड़ी भीड़ और दिलों में नायब सैनी के लिए भरी भावनाओं को देखकर साफ हो गया है कि डीएससी समाज ने अपना खून पसीना भाजपा के नाम कर दिया है। आने वाले समय में डीएससी समाज के रूप में भाजपा के पास मजबूत और बड़ा वोट बैंक नियमित रूप से जुड़ गया है।
दशकों से अपने हकों के लिए संघर्ष करते आ रहे डीएससी समाज अपनी अनदेखी और हक मारे जाने से जितना आहम हुआ, अब उसका असर दिखने लगा है। कांग्रेस हो या इनेलो दोनों ही दलों ने आज तक डीएससी समाज को तबज्जों नहीं दी। अब भाजपा ने न केवल उनके हकों को सुरक्षित किया बल्कि और ज्यादा सुविधाएं और रोजगार देने का काम किया। ऐसे में अब दूसरे राजनीतिक दलों के पैरों तले की जमीन खिसक गई है कि जिस डीएससी समाज को वे कमजोर समझ रहे थे, उसी डीएससी समाज ने हरियाणा विधानसभा चुनाव की हवा बदलने का काम किया।