दिव्यांगजन चर्चा का विषय बने और समाज आगे आकर इनको आगे बढऩे में सहयोग करे: दिव्यांगजन आयुक्त राज कुमार मक्कड़
विश्व दिव्यांग दिवस पर दिव्यांगजन आयुक्त राज मक्कड़ को मिलेगा सर्वश्रेष्ठï दिव्यांगजन पुरस्कार
भिवानी। दिव्यांगजन आयुक्त राज कुमार मक्कड़ को दिव्यांगजन पुरस्कार के सभी पैरामीटर पूरा करने पर सर्वश्रेष्ठï दिव्यांगजन पुरस्कार तीन दिसंबर को विश्व दिव्यांग दिवस पर मिलेगा। यह पुरस्कार 15 साल बाद मिला है। क्योंकि इन 15 सालों में किसी ने भी इस पुरस्कार के सभी पैरामीटर पूरे नहीं किए थे। दिव्यांगजनप्रिय योजनाओं का प्रचार-प्रसार में मीडिया का अहम योगदान है। स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से सभी दिव्यांगजनों की यूडीआईडी कार्ड शीघ्र बनवाए जाएंगे। दिव्यांगजन चर्चा का विषय बने और समाज आगे आकर इनको आगे बढऩे में सहयोग करे।
यह जानकारी स्थानीय लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में राज्य आयुक्त (दिव्यांगजन) राज कुमार मक्कड़ ने पत्रकारों से रूबरू होते हुए दी। उन्होंने इस पुरस्कार बारे विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि दिव्यांग व्यक्ति सशक्तीकरण के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार योजना। दिव्यांग व्यक्ति सशक्तीकरण एक अंतर्विषयक प्रक्रिया है, जो विभिन्न पहलूओं को कवर करती है, नामत:, रोकथाम, शीघ्र पता लगाना, अंतक्र्षेप, शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण, पुनर्वास और सामाजिक एकीकरण इत्यादि। संसाधनों के अलावा इसके लिए सशक्तीकरण प्रक्रिया में शामिल व्यक्तियों एवं संस्थाओं के समर्पित प्रयासों की आवश्यकता होती है। उनके प्रयासो को सराहने के लिए और अन्य लोगो को इस क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करने हेतु जी-जान लगाने हेतु प्रोत्साहित करने के लिए, सर्वाधिक कुशल/उत्कृष्ट दिव्यांग कर्मचारियों, सर्वश्रेष्ठ नियोक्ताओं, सर्वश्रेष्ठ उत्कृष्ट प्रौद्योगिकीय नव उत्पाद और लागत प्रभावी प्रौद्योगिकी प्रदान करने के लिए नवोत्पाद का अनुकूलन के लिए पृथक पुरस्कारों से सम्मानित किया जाता है। दिव्यांग व्यक्तियों के लिए बाधा रहित परिवेश सृजित करने हेतु सरकारी क्षेत्र, सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों और निजी उद्यमों को, दिव्यांगता पुनर्वास के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ जिला, राष्ट्रीय न्यास का सर्वश्रेष्ठ स्थानीय स्तर समिति और राष्ट्रीय दिव्यांग व्यक्ति वित्त एवं विकास निगम के सर्वश्रेष्ठ राज्य चेनलाइजिंग एजेंसी (एससीए) को भी पुरस्कार दिए जाते हैं। दिव्यांग महिला के नियोजन, विशेषकर, ग्रामीण क्षेत्र के और स्वनियोजित महिलाओं को प्राथमिकता दी जाती है।
इसके उपरांत राज्य आयुक्त राज कुमार मक्कड़ ने खुला दरबार लगाकर दिव्यांगजनों की समस्याएं सुनी और संबंधित अधिकरियों को अवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि समस्या के लिए दिव्यांगमित्र पोर्टल भी बनाया गया है, जिस पर ऑनलाईन अपनी समस्या का ब्यौरा डालकर समाधान करवा सकता है। एक से सात दिसंबर तक दिल्ली के इंडिया गेट पर दिव्यांगजनों के लिए एक मेले का आयोजन किया जा रहा है। इस मेले में प्रतीभा दिखाने के लिए दिव्यांगजनों को एक प्लेटफार्म दिया गया है। इस मेले में हरियाणा को 100 स्टॉल आंवटित की गई हैं। दिव्यांगजनों के लिए स्पेशल एजूकेटर की पोस्ट की निकाली गई है। यूडीआईडी कार्ड बनाने की अंतिम 31 दिसंबर 2022 से बढ़ाकर एक अप्रैल 2023 कर दी गई है।
उन्होंने कहा कि दिव्यांगता कोई अभिशाप नहीं है। हर व्यक्ति को परमात्मा ने कुछ अनमोल दिया है। आज दिव्यांग प्रत्येक क्षेत्र में सामान्य व्यक्ति से कम नहीं हैं। खेल, शिक्षा इत्यादि क्षेत्रों में दिव्यांगों ने देश का नाम रोशन किया है। समाज में अगर कोई दिव्यांग है तो उसकी मदद करना सिर्फ उनके माता-पिता का दायित्व नहीं है, बल्कि पूरे समाज का दायित्व है।
उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों के साथ तिरस्कार नहीं करें बल्कि उनके साथ प्यार बांटें। दिव्यांग होते हुए भी कई लोग महान वैज्ञानिक, कवि व गुरु हुए हैं, क्योंकि उन्होंने कभी दिव्यांगता को अपने पर हावी नहीं होने दिया। उन्होंने कहा कि यदि दिव्यांग व्यक्ति को उचित अवसर और अपेक्षित सहयोग दिया जाए, तो वह अपने जीवन में उच्च मुकाम हासिल कर दूसरे लोगों के लिए प्रेरणास्रोत बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा दिव्यांगजनों को निशुल्क शिक्षा प्रदान की जा रही है। सरकार द्वारा दिव्यांगजनों को नौकरियों हेतू आयु में भी छूट का प्रावधान किया गया है।
राज्य आयुक्त राज कुमार मक्कड़ ने कहा कि हम सभी ने अपना व दिव्यांगजनों की जीवनशैली में सुधार करना है, इसके लिए जन जागरण अभियान भी चलाए। दिव्यांगजनों के उज्ज्वल भविष्य व उनके बेहतर जीवन यापन के लिए सरकार द्वारा अथक प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आमजन जागरूक होगा तो समानता का अधिकार अधिनियम भी बेहतर ढंग से लागू हो पाएगा। दिव्यांगजन समाज में उपयोगी है और वे समाज का अभिन्न अंग है। इस दौरान श्री मक्कड़ ने विभिन्न खेलों में पदक हासिल करने मुकबधीर दिव्यांगजन बच्चों को मिठाई खिलाकर बधाई दी।
इस दौरान सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग से डॉ. तरूण कुलश्रेष्ठï, जिला पूर्नवास केंद्र से राम किशन, आत्म प्रकाश टुटेजा सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी व अनेक दिव्यांगजन मौजूद थे।