पर्यटन विकास में होमस्टे का बहुत बड़ा महत्व- डॉ मनोज शर्मा
सोलन – हिमाचल प्रदेश में पर्यटन विकास के क्षेत्र में होम स्टे योजना का बहुत बड़ा महत्व है। पर्यटन विभाग के अतिरिक्त निदेशक डॉ मनोज शर्मा ने ये बात आज सोलन स्थित जिला परिषद हॉल में सिरमौर और सोलन जिलों के होमस्टे संचालकों के लिए आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला के दौरान अपने संबोधन में कही। उन्होंने कहा कि होमस्टे जहां पर्यटकों को दूरदराज के क्षेत्रों में भी ठहरने की बेहतर व्यवस्था उपलब्ध करते हैं वहीं इन क्षेत्रों के पर्यटन विकास में भी भागीदारी रहती है। उन्होंने होमस्टे संचालकों का आह्वान करते हुए कहा कि वे पर्यटन की मौजूदा जरूरतों और अपेक्षाओं के मुताबिक होमस्टे में सुविधाएं पर्यटकों को उपलब्ध करना सुनिश्चित बनाएं।
उन्होंने यह भी बताया कि हिमाचल के पर्यटन विभाग की वेबसाइट पर होमस्टे की पूरी जानकारी उपलब्ध है। हिमाचल प्रदेश के कोने-कोने में स्थित इन होम स्टे की पूरी जानकारी वेबसाइट के माध्यम से पर्यटकों को हासिल हो रही है और देश विदेश के पर्यटक इसका पूरा लाभ भी उठा रहे हैं।उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में केवल सिरमौर और सोलन जिलों में ही 164 होमस्टे उपलब्ध हैं। कार्यशाला के दौरान होमस्टे संचालकों को होटल प्रबंधन संस्थान कुफरी से आए स्रोत व्यक्तियों द्वारा होमस्टे संचालन को लेकर उपयोगी टिप्स दिए गए ताकि होमस्टे संचालक वर्तमान परिप्रेक्ष्य के अनुरूप होमस्टे सुविधाओं को उपलब्ध कर सकें। इस मौके पर सोलन- सिरमौर जिलों के जिला पर्यटन विकास अधिकारी विवेक चौहान के अलावा होटल प्रबंधन संस्थान कुफरी से आए सुशील कुमार, यथार्थ चौहान और अभिषेक राजन भी मौजूद रहे।