अमेजन और फ्लिपकार्ट के खिलाफ कारोबारियों का जंतर-मंतर पर प्रदर्शन
नई दिल्ली । कारोबारियों ने ई-कॉमर्स कंपनियों अमेजन और फ्लिपकार्ट के ऑनलाइन डिस्काउन्ट पॉलिसी के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के बैनर तले गुरुवार को बड़ी संख्या में उपस्थित होकर आक्रोश जताया और प्रदर्शन किया।
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने हिन्दुस्थान समाचार से बातचीत में कहा कि इन ऑनलाइन कंपनियों द्वारा किसी प्रोडक्ट पर दी जाने वाली भारी छूट के कारण देशभर के खुदरा व्यापारियों का कारोबार ठप हो चुका है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में कारोबारी संगठन वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इस संबंध में ज्ञापन दिया गया है। खासकर गोयल से मिलकर इस मामले की पूरी जानकारी भी दी गई है लेकिन उनकी मांगों पर कोई ठोस कार्रवाई अब तक नहीं हुई है। इसलिए व्यापारियों की मांग है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस मामले में स्वयं हस्तक्षेप करें ताकि खुदरा व्यापारियों के कारोबार को बचाया जाए। कैट का कहना है कि सिर्फ खुदरा कारोबारी ही नहीं, इन ई-कॉमर्स कंपनियों की गलत नीति की वजह से सरकार को भी राजस्व का नुकसान हो रहा है। ये कंपनियां (अमेजन व फ्लिपकार्ट) भारत सरकार की एफडीआई पॉलिसी का भी खुलेआम उल्लंघन कर रही है।
खंडेलवाल ने सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्रालय द्वारा अमेजन व फ्लिपकार्ट से हाथ मिलाने को लेकर भी नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि यदि केंद्र सरकार कारोबारी की मांग नहीं मानती है तो कैट देशभर में 15 दिसम्बर से एक पोस्टकार्ड अभियान चलाएगा और व्यापारियों का परिवार 24 दिसम्बर को साथ ही पूरे देश में अपने परिवार तथा बच्चों के साथ में इस मुद्दे पर धरना देंगे और विरोध दर्ज कराएंगे। इसके अलावा 27 दिसम्बर को सभी राज्यों के विभिन्न शहरों में व्यापारी एक दिन की सांकेतिक भूख हड़ताल भी करेंगे। इस अवसर पर देश के सभी कारोबारी संगठन कैट के बैनर के तले एकत्रित होकर अमेजन और फ्लिपकार्ट गो-बैक के नारे लगाए।