इंडिगो प्रमोटर विवाद पर सरकार ने एयरलाइन से मांगा जवाब, बोर्ड मीटिंग आज
नई दिल्ली । इंडिगो प्रमोटर विवाद पर केंद्र सरकार ने एयरलाइन कंपनी से जवाब मांगा है। दरअसल इंडिगो एयरलाइन के को-फाउंडर राकेश गंगवाल ने अपने कारोबारी सहयोगी से मतभेद की शिकायत की थी। एयरलाइन कंपनी ने शेयर बाजार को बताया है कि उसे शिकायत के संबंध में कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय की ओर से पत्र मिला है। 
कंपनी ने बताया कि वह निर्धारित समय-सीमा के भीतर कॉरपोरेट मंत्रालय को अपना जवाब देगी। बता दें कि एयरलाइन से कंपनी कानून 2013 की धारा 2016 (4)  के तहत केंद्र सरकार   की ओर स्पष्टीकरण मांगा गया है।उल्लेखनीय है कि कंपनी कानून की धारा 26 मंत्रालय को सूचना मांगने,  बही-खातों का निरीक्षण करने और पूछताछ करने का अधिकार देती है।
एयलाइन की तिमाही वित्तीय नतीजों को लेकर शुक्रवार को कंपनी के बोर्ड की बैठक भी होनी है। इस बैठक में कंपनी संचालन में खामियों के आरोपों पर भी चर्चा होने की संभावना है। बोर्ड के सदस्य राकेश गंगवाल से पूछताछ भी कर सकते हैं। गंगवाल ने कहा था कि इंडिगो से बेहतर पान की दुकान चलती है। 
क्या है इंडिगा विवाद मामला-
गंगवाल और भाटिया के बीच टकराव की नौबत तब आया जब गंगवाल ने आरपीटी और कॉरपोरेट नियंत्रण के मुद्दों को लेकर बाजार नियामक सेबी को पत्र लिखा। उन्होंने कहा था कि इंडिगो से बेहतर तो पान की दुकान चलती है। गंगवाल के पत्र की चर्चा मीडिया में आने के बाद भाटिया किसी सरकारी एजेंसी से कंपनी की बैलेंस शीट की जांच कराने को तैयार थे, क्योंकि कंपनी के नजरिए से इसकी कार्यप्रणाली में कोई कमी नहीं है। 
 
                                         
                                         
                                         
                                        