उर्गम घाटी के पर्यटन ग्राम बनने आसार, सचिव ने डीएम से मांगी आख्या
गोपेश्वर । यदि सब कुछ ठीक ठाक रहा तो जल्द ही चमोली जिले की उर्गम घाटी पर्यटन ग्राम बन जायेगा। इसके लिए पर्यटन सचिव ने जिलाधिकारी चमोली को पत्र लिखकर उर्गम घाटी के सम्बन्ध में पूरी आख्या भेजने के लिए कहा है। उर्गम घाटी को पर्यटन ग्राम बनाने के लिए ग्रामीणों को एक शिष्टमंडल 22 जुलाई को देहरादून में पर्यटन सचिव से मिला था। जहां पर ग्रामीण ने क्षेत्र के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि चमोली जिले की उर्गम घाटी एक ऐसा स्थान है जहां पर पंच बद्री में एक योगध्यान बद्री व पंच केदार में एक कल्पेश्वर मंदिर स्थापित है। साथ ही क्षेत्र में पर्यटकों के रहने के लिए स्थानीय युवक होम स्टे योजना भी संचालित की जा रही है। वहीं पर्यटन की दृष्टि से क्षेत्र में फ्यूला नारायण मंदिर, वंशी नारायण मंदिर साथ ही अन्य कई पर्यटन स्थल है। जिस पर पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने डीएम चमोली को पत्र लिखकर कहा है कि उर्गम घाटी में पर्यटन की संभावनाओं को देखते हुए जिला पर्यटन विकास अधिकारी को निर्देश करते हुए क्षेत्र की विस्तृत जानकारी हासिल करते हुए एक होलिस्टिक प्लान एवं पर्यटन से संबंधित कोई योजना जो राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने वाली हो के संबंध में आख्या उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद को उपलब्ध करवायें। ताकि आगे की कार्रवाई की जाए।इस सम्बन्ध में मंगलवार को ग्रामीणों ने डीएम चमोली से मिलकर एक ज्ञापन भी सौंपा है जिसमें पर्यटन सचिव के पत्र का हवाला देते हुए कार्रवाई करने की मांग की है। डीएम को मिलने वालों में राजेंद्र सिंह नेगी, अनूप नेगी, रघुवीर सिंह नेगी आदि शामिल रहे।