एसआरएस ग्रुप के चेयरमैन की धोखाधड़ी से हजारों परिवारों पर लटकी बेघर होने की तलवार
फरीदाबाद । एसआरएस ग्रुप के चेयरमैन व उनके साथियों की धोखाधड़ी का शिकार ग्रेटर फरीदाबाद स्थित एसआरएस सिटी रॉयल हिल्स में रेने वाले हजारों परिवार आज बेघर होने की कगार पर खड़े हैं। इस ग्रुप के चेयरमैन व डायरेक्टरों ने केनरा बैंक से 110 करोड़ को लोन ले रखा था, लोन न भरने की सूरत में शनिवार को बैंक अधिकारियों ने यहां रहने वाले लोगों को नोटिस जारी करके फ्लैट्स खाली करने के निर्देश दिए है। अब इन लोगों के समक्ष बेघर होने की नौबत आ गई है, बैंक से फ्लैटों पर लोन होने से दोहरी मार यहां के लोगों पर पड़ रही है। गौरतलब है कि इस सोसायटी में रहने वाले अधिकतर लोगों ने फ्लैट्स खरीदने के लिए एसबीआई बैंक से लोन ले रखा था और फ्लैट्स लेने वक्त इन लोगों को यह पता नहीं था कि एसआरएस ग्रुप के चेयरमैन अनिल जिंदल व उनके साथी जेल चले जाएंगे और सभी ने लोन लेकर फ्लैट्स खरीद लिया और उनमें रहना शुरू कर दिया। कुछ समय पहले यहां के निवासियों को पता चला कि प्रोजेक्ट के निर्माण के लिए केनरा बैंक से लिए गए लोन को चुकाया नहीं गया है। बिल्डर ने 110 करोड़ रुपये बकाया कर रखे हैं, केनरा बैंक ने अपने नुकसान की भरपाई के लिए एसआरएस प्रोजेक्ट्स पर अपना दावा ठोंक दिया है और यहां रह रहे लोगों को फ्लैट्स खाली करने का नोटिस दे दिया। यहां के फ्लैट्स मालिकों ने एसबीआई बैंक से लोन लिया है, कई लोगों ने लाखों रुपये की कि़श्तें भी भर दी है, कई लाख रुपये का लोन है, अगर केनरा बैंक ने उन्हें घर से बेघर कर दिया तो उनके हाथों से फ्लैट्स भी जाएगा और उन्हें लोन भी चुकाना पड़ेगा। स्थानीय निवासी रामसिंह व अन्य ने बताया कि वह चाहते है कि स्टेट बैंक उनकी मदद करे क्योंकि उन्होंने स्टेट बैंक से लोन लिया है और समय से ईएमआई भी भर रहे है, अगर स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया डेब्ट रिकवरी ट्रिब्यूनल (डीआरटी) में जाकर केनरा बैंक के खिलाफ अपना पक्ष रखेगा और प्रोजेक्ट पर अपना दावा ठोकेगा तो फ्लैट मालिकों को केनरा बैंक शायद घर से बेघर ना कर पाए।