कांग्रेस के डीएनए में ही भरी है भारत की संस्कृति और बहुसंख्यक वर्ग के प्रति नफरत : डा. संजय शर्मा

– नफरत फैलाने की सबसे बड़ी सौदागर है कांग्रेस पार्टी

– देश का बंटवारा और चीन द्वारा कब्जाई जमीन के लिए देश से माफी मांगे राहुल गांधी

चंडीगढ़। भारतीय जनता पार्टी हरियाणा के प्रदेश मीडिया प्रमुख डा. संजय शर्मा ने राहुल गांधी के नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलने के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को समझना चाहिए कि नफरत की दुकान तो उनके पिता राजीव गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की दुर्भाग्यपूर्ण हुई हत्या के बाद हजारों सिखों का कत्लेआम करके खोली थी। नफरत का अगर कोई सबसे बड़ा सौदागर है तो वह कांग्रेस है, जिसने पूरे देश में बेकसुरों की हत्या करवाई। भारत जोड़ो यात्रा निकालने से राहुल की पुरूषोत्तम वाली छवि बनने वाली नहीं है, बल्कि राहुल को चाहिए कि भारत के बंटवारे और चीन द्वारा कब्जाई हजारों किलोमीटर जमीन के लिए देश से माफी मांगे क्योंकि यह कृत्य उनके नाना व पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल के समय में हुआ था। डा. शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के तो डीएनए में ही भारत की संस्कृति और बहुसंख्यक वर्ग के प्रति नफरत भरी हुई है। सोमनाथ मंदिर के उद्घाटन का मामला हो या अयोध्या में राम मंदिर का मामला, कांग्रेस ने सदैव इसका विरोध किया है, यहां तक कि कांग्रेस ने हलफनामा देकर भगवान राम के अस्तित्व को ही नकारते हुए उन्हें काल्पनिक कहा था। मीडिया प्रमुख ने राहुल गांधी की भारत जोड़ों यात्रा पर चुटकी लेते हुए कहा कि भारत तो कन्याकुमारी से कश्मीर तक जुड़ा हुआ है। अगर भारत को किसी ने तोड़ा है तो वह कांग्रेस है। कांग्रेस के समय में ही चीन ने भारत की हजारों किलोमीटर जमीन पर कब्जा किया। वहीं 1947 में भारत का बंटवारा करने में भी कांग्रेस यानि की पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की महत्वकांक्षा थी। श्री शर्मा ने कहा कि अगर सरदार पटेल ना होते तो पंडित नेहरू जम्मू कश्मीर को भी पाकिस्तान को दे देते। उन्होंने राहुल गांधी को सलाह देते हुए कहा कि राहुल गांधी को भारत जोड़ने की नहीं, बल्कि भारत को समझने की जरूरत है।

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