कांग्रेस के पूर्व विधायक आसिफ मोहम्मद समेत 3 को पूछताछ के लिए नोटिस
नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ न्यू फ्रेंड्स कालोनी में हुए प्रदर्शन से जुड़े मामले की जांच में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की स्पेशल इनवेस्टीगेटिव यूनिट (एसआईटी) ने कांग्रेस के पूर्व विधायक आसिफ मोहम्मद खान समेत 3 को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा है। इसके अलावा स्थानीय नेता आशु खान व छात्र इकाई के चंदन सिंह को भी नोटिस भेजा गया है।
दिल्ली पुलिस ने यह नोटिस सीआरपीसी के की धारा -160 के तहत शुक्रवार को जारी कर क्राइम ब्रांच के सामने पेश होने के लिए कहा है। तीनों से पूछताछ की जा रही है। वहीं इस मामले की जांच कर रही क्राइम ब्रांच ने एक स्थानीय नागरिक फुरकान को गुरुवार जामिया हिंसा मामले में हिरासत में लिया है। फुरकान को गुरुवार रात स्थानीय पुलिस ने हिरासत में लिया और इसके बाद उसे क्राइम ब्रांच के हवाले कर दिया गया था क्राइम ब्रांच अभी फुरकान से पूछताछ कर रही है। पुलिस का कहना है कि अभी मामले की जांच की जा रही है। फिलहाल, फुरकान को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध प्रदर्शन के दौरान 16 दिसंबर को जामिया और न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में हिंसा हुई थी। कई बसों में आगजनी और पुलिस पर पत्थरबाजी की गई थी। इस मामले में फुरकान का नाम सामने आया था। अब तक इसमें 13 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। माना जा रहा है कि फूरकान को क्राइम ब्रांच की एसआईटी गिरफ्तार करेगी।
मामले में हिंसा, तोड़फोड़ व आगजनी वाले दिन एफआईआर दर्ज की गई थी। उस वक्त भी पूर्व विधायक ने बयान देकर यह कहा था कि उनका इस घटना से कोई लेना-देना नहीं है। इतना ही नहीं वह बीते साल 18 दिसंबर को जामिया नगर थाने भी पहुंच गए थे और यह कहा था कि पुलिस को लगता है कि वब दोषी हैं तो उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए। हालांकि पुलिस ने जांच के प्रारंभिक स्तर पर होने के कारण उस वक्त उन्हें गिरफ्तार नहीं किया था। पुलिस ने यह कहा था कि जांच आगे बढ़ने पर उन्हें अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया जाएगा।
नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ जामिया के छात्रों द्वारा बुलाए गए मार्च के दौरान 15 दिसंबर, 2019 को हिंसा हुई थी। जामिया नगर इलाके में प्रदर्शनकारियों ने कुछ सरकारी बसों, वाहनों में तोड़फोड़ की थी और आगजनी भी हुई थी। ये हिंसा जामिया इलाके से होते हुए न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी तक फैल गई थी।