कांग्रेस में शामिल होते ही जन्नत ने कहा पूरी ताकत से बंसल को जिताएंगे
चंडीगढ़ । चंडीगढ़ की पूर्व बसपा पार्षद जन्नत जहां और उनके पति अनवारुल हक ने अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। जन्नत और हक के कांग्रेस में शामिल होने के साथ ही लोक सभा चुनावों में पार्टी के चुनाव प्रचार अभियान को जबरदस्त मजबूती मिली है। इसके अलावा पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनीष तिवारी द्वारा स्थानीय उम्मीदवार पवन कुमार बंसल के साथ अपने किसी भी तरह के मतभेद न होने की सार्वजनिक तौर पर घोषणा की। वहीं मौके पर मौजूद पूर्व क्रिकेट कप्तान व पूर्व कांग्रेस सांसद मुहम्मद अहरूद्दीन ने भी पूर्व केंद्रीय मंत्री बंसल के समर्थन का आह्वान किया। कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने जन्नत व अनवारुल हक के कांग्रेस में आने को बड़ी सफलता बताया जा रहा है। पार्टी में शामिल होने के बाद जन्नत जहां ने कहा कि जितनी ताकत अपने लोकसभा चुनाव-2014 में लगाई थी, उससे भी 10 गुणा अधिक ताकत पवन बंसल को जिताएंगे। सेक्टर-35 स्थित कांग्रेस भवन में वीरवार को उस समय काफी कुछ नया देखने को मिला जब हाथी पर सवार रह चुके अनवारूल हक दंपत्ति ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया और अजहरुद्दीन ने कांग्रेस पार्टी उम्मीदवार पवन कुमार बंसल के समर्थन में मतदान का आह्वान किया। इसके साथ ही पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और चंडीगढ़ से टिकट के उम्मीदवार रहे मनीष तिवारी भी खुल कर बंसल के समर्थन में आ गए। इस संबंध में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में पंजाब के तकनीकी शिक्षा मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, फतेहगढ़ साहिब से विधायक कुलजीत सिंह नागरा भी मौजूद थे।
ध्यान रहे कि जन्नत जहां और उनके पति अनवरउल हक पहले बसपा में थे। जन्नत जहां इसी पार्टी से नगर निगम की पार्षद रह चुकी हैं। इन दोनों ने बंसल की अच्छी कारगुजारी को देखते हुए समर्थकों सहित कांग्रेस में शामिल होने का फैसला किया है। कांग्रेस के मुरादाबाद से सांसद अजहरुद्दीन ने विशेष तौर पर चंडीगढ़ पहुंच कर बंसल के समर्थन का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हक दंपत्ति पहले कच्ची पिच पर थे और अब सही और अच्छी पिच पर आए हैं। श्री आनंदपुर साहिब से कांग्रेस के उम्मीदवार मनीष तिवारी ने कहा कि बंसल के साथ उन्हें कोई गिला शिकवा नहीं है। चंडीगढ़ के निवासी बंसल को जिता कर एक बार फिर लोकसभा में भिजवाएं।इस अवसर पर चंडीगढ़ कांग्रेस प्रधान प्रदीप छाबड़ा और वरिष्ठ नेता सुभाष चावला, देवेंद्र सिंह बबला, हरमोहिंदर सिंह लक्की, और गुरप्रीत सिंह गब्बी के अलावा अन्य कांग्रेसी मौजूद थे।