गैंगस्टर से आतंकवादी बने अर्श डल्ला के दो साथी एम.पी.-5 गन और 44 जिंदा कारतूसों समेत काबू
चंडीगढ़। राज्य की अमन-शांति को भंग करने के लिए विदेश आधारित देश विरोधी तत्त्वों की संभावित कोशिशों को नाकाम करते हुये पंजाब पुलिस के इंटेलिजेंस विंग ने आज भगौड़े गैंगस्टर से आतंकवादी बने अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डल्ला के दो नज़दीकी साथियों को गिरफ़्तार किया है।
गिरफ़्तार किये गए व्यक्तियों की पहचान हरश कुमार और उसके साथी राघव, दोनों कोट इसे खां ज़िला मोगा के निवासी हैं, के तौर पर हुई है। पुलिस ने इनके पास से 44 जिंदा कारतूसों समेत विदेशी एमपी-5 गन भी बरामद की है।
अन्य विवरण देते हुये डीजीपी पंजाब वी.के. भावरा ने बताया कि ख़ुफ़िया एजेंसी के नेतृत्व में स्टेट स्पैशल आप्रेशन सैल (एस.एस.ओ.सी.), अमृतसर की टीम ने दोनों मुलजिमों को गिरफ़्तार करने में कामयाबी हासिल की है।
उन्होंने बताया कि प्राथमिक पूछताछ के दौरान हरश ने खुलासा किया कि वह मोगा के गाँव शादीवाला के गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी के द्वारा अर्श डल्ला के संपर्क में आया था, जिसको मोगा पुलिस ने जनवरी 2022 में हथ गोलों और हथियारों की खेप समेत गिरफ़्तार किया था।
डीजीपी ने बताया कि गोपी की गिरफ़्तारी के बाद, अर्श डल्ला ने ऐनक्रिपटड ऐपस के द्वारा हरश कुमार के साथ संपर्क बनाया और उसको अपने लिए काम करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने आगे बताया कि अर्श डल्ला ने कम से कम दो मौकों पर हरश कुमार को फंड भी भेजे थे। उन्होंने बताया कि मौजूदा खेप का प्रबंध भी अर्श डल्ला की तरफ से किया गया है।
ए.आई.जी. एस.एस.ओ.सी. अमृतसर सुखमिन्दर मान ने बताया कि किस ढंग से मुलजिमों ने हथियार प्राप्त किये हैं और यह हथियार उन तक पहुँचाने के मकसद संबंधी पता लगाने के लिए आगे जांच की जा रही है।
इसी दौरान, इस सम्बन्धी स्टेट स्पैशल आप्रेशन सैल, अमृतसर में सम्बन्धित धाराओं के अंतर्गत एफ.आई.आर. दर्ज कर ली गई है और दोनों मुलजिमों को अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड लिया जायेगा। इस मामले में अर्श डल्ला को भी नामज़द किया गया है।