चंडीगढ़। एडवाइजर की फटकार के बाद प्रशासन के अधिकारियों ने ली वार्ड कार्यों की सुध, चीफ इंजीनियर ओझा ने सैक्टर 38-वैस्ट, 39 व 40 में लंबित कार्यों का किया निरीक्षण
चंडीगढ़। दो दिन पहले सलाहकार के साथ हुई मीटिंग में वार्ड 27 से पार्षद गुरबख्श रावत ने मुद्दा उठाया था कि उनके वार्ड में पडते सैक्टर 38-वैस्ट, 39 और 40 में विकासात्मक कार्य काफी समय से लंबित है। इस तरफ अफसर ध्यान नहीं दे रहे हैं। गुरबख्श रावत ने इन सैक्टरों में प्रशासन की खाली पड़ी जमीन पर डंपिंग यार्ड बन जाना, झाड़ियों एवं जंगली बूटियों की अवांछित वृद्धि, सैक्टर 38-वैस्ट में मंदिर निर्माण के लिए जमीन का आबंटन, सैक्टर 39 की मंडी व सरकारी स्कूल में अतिरिक्त इमारत को शुरू करना एवं सैक्टर 38-वैस्ट के कम्युनिटी सेंटर में संपर्क सेंटर का शुरू किया जाना जैसे मुद्दे प्रमुखता से उठाए थे।
सैक्टर 38-वैस्ट रेजिडेंट्स वेल्फेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष पंकज गुप्ता ने बताया की इन सभी लंबित विकासात्मक कार्यों की समीक्षा हेतु चंडीगढ़ प्रशासन के चीफ इंजीनियर सी बी ओझा ने इंजीनियरिंग विंग की पूरी टीम के साथ इन तीनों सैक्टर्स का दौरा किया और अधीनस्थ अफसरों को सभी समस्याओं के समाधान हेतु जरूरी निर्देश दिए। इस अवसर पर पार्षद गुरबख्श रावत, सैक्टर 38-वैस्ट, 39 और 40 की आरडब्ल्यूएज के पदाधिकारी कुलभूषण शर्मा, गुरमीत सिंह, दलजीत सिंह कनेर, हरीश थापर, सूरजीत कोहली, रमेश मेहता, एम एल गुप्ता, सरोज बाला, के एस कौशल, तरसेम शर्मा, भूषण शर्मा, बाबूलाल, जोगिन्दर घुमन, रामेश्वर दास शर्मा, चरणजीत शोंटी एवं कई अन्य सैक्टरवासी उपस्थित रहे।