चिदबंरम गिरफतारी मामले में कांग्रेस का विधानसभा में हंगामा, सदन से किया वाकआउट

शिमला । हिमाचल प्रदेश विधानसभा में गुरुवार को विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने पी. चिदबंरम की गिरफ्तारी को लेकर हंगामा किया। प्रश्नकाल के बाद नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने विधानसभा में यह मामला उठाया। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष ने मामले का पहले से नोटिस नहीं मिलने पर विपक्ष को इसे उठाने के अनुमति नहीं दी। विपक्ष ने मामला नहीं उठाने देने पर सदन में नारेबाजी की, जिसके बाद पक्ष के सदस्यों ने भी जवाब में नोरबाजी की। इस दौरान विरोध जताते हुए विपक्ष सदन से वाकआउट कर गया।
विधानसभा परिसर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि पी. चिदबंरम कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं, जिस तरह से उन्हें पकड़ा गया, यह लोकतंत्र की हत्या है। उन्होंने कहा कि देश में अघोषित अपातकाल की स्थिति बन गई है। विपक्ष के हर नेता को तंग करने के लिए ईडी और सीबीआई जैसे एंजेसियों का उपयोग किया जा रहा है। 
नेता विपक्ष ने कहा कि पूर्व वित्तमंत्री कहीं भागने वाले नहीं हैं। आईएनएक्स मीडिया डील मामले में उन्होंने हमेशा सहयोग किया है। बीते 15-16 महीने से वे इस मामले में जांच एजेंसियों का लगातार सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आरोप पत्र में उनका नाम नहीं है और न ही उनके खिलाफ एफआईआर है। 
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि रात के अंधेरे में जिस तरह से उनको हिरासत में लिया गया, कांग्रेस पार्टी इसकी घोर निंदा करती है। इसके चलते हमने आज सदन में यह मामला उठाया। उन्होंने कहा कि यह देश के लिए ठीक नहीं है। आजादी को 70 साल बाद देश में अराजकता की स्थिति पैदा की जा रही है। यह सरकार प्रायोजित गुंडागर्दी है। शुक्रवार को उनकी जमानत याचिका लगी हुई है। यदि याचिका रद्द हो जाती तो उनको गिरफतार कर लेते, वे कहीं भागने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार के मनसूबे कांग्रेस पार्टी के नेताओं को बदनाम करने के हैं। नेता विपक्ष ने कहा कि कांग्रेस पार्टी इसकी निंदा करती है। पार्टी इसके खिलाफ आंदोलित रहेगी और देश में ऐसी शक्तियों के खिलाफ हमेशा खड़ी रहेगी।

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