चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रा ने असिस्टेंट प्रोफेसर पर लगाए गंभीर आरोप
जींद । चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय एक बार फिर से सुर्खियो में है। पहले विश्वविद्यालय प्रशासन को मिले गुमनाम पत्र जिसमें की यौन शोषण तक की बात कही गई थी वहीं अब एक छात्रा ने सामने आ कर मास कम्यूनिकेशन विभाग के सहायक प्राध्यापक पर ही धोखाधड़ी व मानसिक प्रताडऩा के आरोप लगाए हैं। इस बार कोई गुमनाम पत्र नहीं भेजा गया है बल्कि छात्रा खुद सामने आई है। बाकायदा छात्रा ने स्पीड पोस्ट के माध्यम से वीसी को पत्र भेज कार्रवाई की मांग की है। इस पत्र में छात्रा ने चेताया भी भी है कि अगर उसे न्याय नहीं मिला तो वो आत्महत्या करने को भी मजबूर होगी। हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन निष्पक्षता से जांच करवाने की बात कर रहा है लेकिन यह आने वाला समय ही बताएगा कि कौन सही है और कौन ठीक। यह दी गई है शिकायत वर्ष 2015-17 बैच की छात्रा ने स्पीड पोस्ट के माध्यम से चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय वीसी को भेजे गए पत्र में छात्रा ने बताया कि वह मास कम्यूनिकेशन विभाग की 2015-17 की छात्रा थी। पिछले दो साल में हुई परीक्षा के दौरान उसने एक पेपर को छोड़ कर सभी पेपर उत्तीर्ण कर लिए थे। इसमें उसका एक पेपर जो कि प्रिंट मीडिया प्रोडक्शन का अनुत्तीर्ण रहा था। इसके बाद उसने यही पेपर तीन बार दे चुकी है जोकि मई 2017, दिसंबर 2017, मई 2018 के दौरान हुए थे। पूर्ण तैयारी व अच्छे ढंग से पेपर होने के बावजूद भी वह हर बार अनुत्तीर्णण रह जाती है। हर बार अनुत्तीर्ण होने के बाद उसने हर बार पेपर का रिवॉल्यूशन भी करवाया किंतु परिणाम अनुत्तीर्ण ही रहता था। बाद में उसे पता चला कि हर बार पेपर मास कॉम विभाग के सहायक प्राध्यापक द्वारा ही चैक किए जाते थे। क्योंकि जिस दौरान वह विश्वविद्यालय में पढ़ती थी तो उनकी सहायक प्राध्यापक जयपाल के साथ कई बार कई विषयों को लेकर कहासुनी हुई थी। क्योंकि उनका व्यवहार उनके प्रति अच्छा नहीं था। इस दौरान मुझे बहुत बार मानसिक रूप से भी प्रताडि़त किया जाता था। उसने आशंका जताई कि इसी वजह के चलते उसे बार-बार फेल किया जा रहा है। इस विषय को गंभीरता से लेते हुए मास कम्यूनिकेशन विभाग सहायक प्रो. जयपाल के खिलाफ जांच करवा उसे न्याय दिलाने की मांग की गई है।