दिल्ली चुनाव : आप के घोषणा-पत्र को भाजपा ने बताया झूठ का पुलिंदा

नई दिल्ली । दिल्ली प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष एवं सांसद मनोज तिवारी ने मंगलवार को जारी आम आदमी पार्टी (आप) के चुनावी घोषणा-पत्र को झूठ का पुलिंदा बताया है। उन्होंने कहा कि आप संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 2015 के चुनाव में जो वादे किये थे, इस बार भी उन्हीं वादों को शामिल किया गया है। इसमें कुछ भी नया नहीं है। यह घोषणा-पत्र केजरीवाल के झूठे वादों को उजागर करने वाला है, जो उन्होंने पिछले पांच वर्षों में नहीं किये हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता अब आप के झूठे वादों से परेशान हो चुकी है और आठ फरवरी को अपना जवाब देगी।

प्रदेश अध्यक्ष तिवारी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में संयुक्त पत्रकार वार्ता को संबोधित किया। तिवारी ने कहा कि केजरीवाल ने 2020 के घोषणा-पत्र में जनलोकपाल बिल, स्वराज बिल और यमुना रिवर साइट विकास बनाने का वाद किया है। ये वादे 2015 में भी किये थे, लेकिन उनको आज तक धरातल पर उतारने के लिए कोई काम नहीं किया। अब जब भाजपा ने अपने 2020 के संकल्प पत्र में कह दिया है कि वह दिल्ली में यमुना रिवर फ्रंट बनाकर इसका विकास करेंगे, तो केजरीवाल ने भी अपने घोषणा-पत्र में शामिल कर लिया। आप ने अपने घोषणा-पत्र में जहां झुग्गी वहीं मकान और अनधिकृत कॉलोनियों को नियमित करने का वादा किया है। इस पर तिवारी ने तंज कसा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल को शायद याद नहीं होगा कि उन्होंने 2015 में भी यही वादा किया था, लेकिन अब केंद्र की मोदी सरकार यह वादा पूरा कर चुकी है। अब तो उनकी रजिस्ट्ररी भी शुरू हो चुकी है। 

केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि 2015 में आप ने 70 वादों वाला घोषणा-पत्र जारी किया था। उसमें उन्होंने पिछले पांच सालों में एक भी वादा नहीं पूरा किया है और अब जब 2020 विधानसभा चुनाव के लिए घोषणा-पत्र जारी किया है, उसमें भी उन्हीं वादों का जिक्र किया है जो 2015 में थे। केजरीवाल ने अपने पांच साल के कार्यकाल में कोई काम नहीं किया है। जब चुनाव नजदीक आ गया तो वे जनता से झूठे वादे करने लगे। 

भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि भाजपा का एक साधारण सा दिखने वाला कार्यकर्ता भी आप के बड़े नेताओं के साथ 2015 के घोषणा-पत्र और 2020 के घोषणा-पत्र पर चर्च करते हुए कड़ी टक्कर दे सकता है। उन्होंने 2020 के घोषणा-पत्र में दिल्ली के सरकारी स्कूलों में देशभक्ति की पढ़ाई पर तंज कसते हुए कहा कि अब केजरीवाल सरकार छात्रों को देशभक्ति का पाठ पढ़ाएगी, जबकि खुद जेएनयू के टुकड़े टुकड़े गैंग और शाहीन बाग में देश विरोधी नारे लगाने वालों के साथ खड़े हैं। केजरीवाल के मुंह से यह बातें अच्छी नहीं लगतीं। 

उन्होंने कहा कि केजरीवाल पांच साल अच्छे इलाज का वादा करते रहे, लेकिन पिछले इन्होंने दिल्ली में आष्युमान भारत योजना लागू नहीं होने दी। उल्टा केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के स्वास्थ्य बजट में कटौती की, जिसकी वजह से डॉक्टरों को तनख्वाह नहीं मिली। जनलोकपाल बिल पर उन्होंने कहा कि यह वही सरकार है जो जनलोकपाल बिल के माध्यम से दिल्ली की सत्ता हासिल की थी, लेकिन केजरीवाल ने इसको लेकर कोई कदम नहीं उठाया।

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