धानुका ग्रुप ने कृषिरसायनों पर अनुसंधान तथा ड्रोन के उपयोग को बढ़ावादेने के लिए महाराणा प्रताप होर्टीकल्चर युनिवर्सिटी के साथ एमओयूसाईन किया
चंडीगढ़ । धानुका ग्रुप ने कृषि क्षेत्र में आधुनिक तकनीक के उपयोग को बढ़ावा देने औरफसल सुरक्षा रसायनों पर अनुसंधान के लिए मंगलवार को महाराणा प्रतापहोर्टीकल्चर युनिवर्सिटी (एचएमयू), करनाल के साथ एक एमओयू साईनकिया है।
डॉ ए.एस. तोमर, वाईस प्रेज़ीडेन्ट एवं हैड-आर एण्ड डी, धानुका एग्रीटेक औरप्रोफेसर समर सिंह, वाईस चांसलर, एमएचयू ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए।
एमओयू के तहत फसल सुरक्षा रसायनों के क्षेत्र में अनुसंधान गतिविधियों काआयोजन किया जाएगा, साथ ही एग्री एक्सटेंशन सेवाओं के लिएजागरुकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। किसानों को आधुनिककृषि तकनीकों (जैसे ड्रोन के उपयोग, आर्टीफिशियल इंटेलीजेन्स औरप्रेसीज़न एग्रीकल्चर) के इस्तेमाल के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इस साझेदारी के माध्यम से धानुका ग्रुप और युनिवर्सिटी फसल उत्पादकताएवं उत्पादन बढ़ाकर किसानों की आय बढ़ाने के लिए प्रयास करेंगे। महाराणा प्रताप होर्टीकल्चर युनिवर्सिटी के साथ समझौता ज्ञापन पर बातकरते हुए डॉ ए.एस. तोमर, वाईस प्रेज़ीडेन्ट एवं हैड- आर एण्ड डी धानुकाएग्रीटेक लिमिटेड ने कहा, ‘‘कृषि क्षेत्र में ज़्यादा से ज़्यादा अनुसंधान एवंविकास गतिविधियों की आवश्यकता है। ऐसे में एमएचयू जैसे संस्थानों केसाथ साझेदारी कृषि एवं संबंधित गतिविधियों में अनुसंधान को बढ़ावा देने मेंकारगर हो सकती है।’
एमओयू के महत्व पर ज़ोर देते हुए महाराणा प्रताप होर्टीकल्चर युनिवर्सिटीके वाईस चांसलर प्रोफेसर समर सिंह ने बताया, ‘‘कृषि एवं संबंधित क्षेत्रों मेंअनुसंधान एवं विकास गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिष्ठितअकादमिक और अनुसंधान संस्थानों के बीच आपसी सहयोग कीआवश्यकता है। हमें विश्वास है कि आज की यह साझेदारी ज़्यादा से ज़्यादाछात्रों को इस क्षेत्र में अनुसंधान के लिए प्रेरित करेगी।’ युनिवर्सिटी अपनी फॉर्म्स और किसानों के खेतों में धानुका के प्रोडक्ट्स/ नएमॉलिक्यूल्स के लिए डेमोन्स्ट्रेशन/ अडेप्टिव ट्रायल करेगी। इन परिणामों काउपयोग कृषि में आधुनिक तकनीकों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए कियाजाएगा। साझेदारी के तहत किसानों को एआई/एमएल तकनीकों के उपयोग के लिएसलाह दी जाएगी। कृषि में ड्रोन तकनीक के उपयोग पर ज़ोर दिया जाएगा।उल्लेखनीय है कि सेंटर ने हाल ही में कृषि रसायनों के छिड़काव के लिए ड्रोनके उपयोग हेतु स्टैण्डर्ड ऑपरेटिंग प्रक्रिया जारी की है।
धानुका ड्रोन के माध्यम से कीटों के नियन्त्रण के लिए बायो-एफिकेसी एवंफाइटो-टॉक्सिसिटी प्रोजेक्ट्स को स्पॉन्सर करेगी। धानुका के आर एण्ड डीडिविज़न में एनएबीएल द्वारा मान्यता प्राप्त विश्वस्रतीय प्रयोगशालाएं हैं। कंपनी ने यूएस, जापान और यूरोप सहित दुनिया की सात अग्रणी कृषिरसायन कंपनियों के साथ अन्तर्राष्ट्रीय साझेदारियां की हैं।