नगर निगम हाउस की बैठक में आपस में ही भिड़े पार्षद, विकास के कई एजेंडे पास

चंडीगढ। नगर निगम हाउस की बैठक में विकास कार्य के कई एजेंडे पारित किए गए। इसके अलावा कुछ अन्य मसलों को लेकर भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच जमकर बहस हुई। कांग्रेसी पार्षद गुरप्रीत सिंह गाबी ने कहा कि निगम की पिक अप गाड़ी मंदिरों में चढ़ने वाले फूलों और मरे हुए जानवरों को भी उठाती है। यह धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ है। यही फूल आगे मंदिरों में चढ़ाए जाते हैं। कहा गया कि जिन गाड़ियों में मंदिरों के लिए फूल उठाए जा रहे हैं उसी में मरे हुए जानवरों को ले जाया जा रहा है। ऐसे में ड्राइवर कार्रवाई होनी चाहिए। इसके पीछे एक न्यूज पेपर में छपी खबर का हवाला दिया गया।

इस पर कमिश्नर अनिंदिता मित्रा ने कहा कि मामले में इन्क्वायरी मार्क की जा चुकी है। वहीं बताया कि वह एक ट्रेनिंग सेशन थाए इसलिए इन फूलों से बनाई गई धूप.बत्ती मंदिर नहीं गई। वहीं कहा है कि लापरवाही बरतने वाले ड्राइवर आदि पर जांच के आधार पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। हाउस में वेंडर्स के लिए मूलभूत सुविधाओं का मुद्दा भी रखा गया। दरअसल कहा गया कि कई वेंडर्स महिलाएं हैं और उनके लिए शौचालय आदि की मूलभूत सुविधाएं भी नहीं हैं। जिस पर कमिश्नर ने कहा कि चीफ आर्किटेक्ट से मंजूरी के बाद ही इन्फ्रास्ट्रक्चर खड़े करने आदि के फैसले लिए जा सकते हैं। टाउन वेंडिंग कमेटी;ज्टब्द्ध से यह मुद्दा पास करवा सारे वेंडिंग जोन पर मूलभूत सुविधाओं के प्रस्ताव पारित होकर प्रशासन के पास चले जाएंगे। वहीं शहर के डार्क प्वाइंट्स का मुद्दा भी मीटिंग में उठाया गया। कहा गया कि डार्क प्वाइंट्स पर आपराधिक वारदातें हो रही हैं। जिस पर कमिश्नर ने बताया कि इस पर काम किया जा रहा है।

हाल ही में निगम की एक गार्बेज कलेक्शन गाड़ी के नीचे दबकर मारे गए कर्मी के मुआवजे को लेकर हाउस में सवाल उठे। निगम कमिश्नर ने कहा कि निगम के अंतर्गत काम करने वाले आउटसोर्स कर्मियों की इंश्योरेंस करवाई जा रही है। वहीं मेयर सर्बजीत कौर ने कहा कि मृतक के परिवार में किसी को वहीं या उसकी योग्यता के अनुरुप नौकरी दी जाएगी। पार्षदों ने कहा कि निगम की गाड़ी के नीचे दब कर अब तक दो कर्मियों की मौत हो चुकी है। निगम की गाड़ियों की मेंटेनेंस करवाई जानी चाहिए। इस पर कमिश्नर ने कहा कि ऐसी गाड़ियों की मैकेनिकल चैकिंग करवाई जाएगी ताकि आगे से ऐसा हादसा न हो।

निगम के इंजीनियरिंग विभाग के अफसरों ने बताया कि पहले जिस गाड़ी से सफाई कर्मी की मौत हुई थी वह स्मार्ट सिटी के अंतर्गत थी। वहीं अब जिस गाड़ी से हादसे में कर्मी की मौत हुई है वह निगम के डव्भ् विभाग की थी। उसे इस प्रकार डिजाइन किया गया है कि कोई भी बटन दबाए तो हाइड्रोलिक प्रेशर से एकदम न तो प्लेटफार्म नीचे आता है और न ही ऊपर जाता है। जब तक उसके साथ कोई छेड़छाड़ न की जाए। हालाांकि इसकी विस्तृत ऑडिटिंग की जा रही है। इस पर कांग्रेसी पार्षद गुरप्रीत सिंह गाबी ने कहा कि क्या निगम कहना चाहता है कि कर्मी खुद जानबूझकर उसके नीचे आकर दब कर मर गया।

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