नशे की जड़ उखाड़ने के लिए चौतरफा रणनीति

स्पीकर ने पंचकूला के आला पुलिस अधिकारियों और नशा उन्मूलन कमेटी के साथ की बैठक

15 से 30 मई तक मनाया जाएगा नशा उन्मूलन पखवाड़ा

जानकारी देने वाले की पहचान रहेगी गुप्त, मोबाइल नंबर जारी
चंडीगढ़। पंचकूला जिले से नशाखोरी की जड़ें उखाड़ने के लिए हरियाणा विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने पुलिस अफसरों के साथ चौतरफा रणनीति बनाई है। इस सिलसिले में उन्होंने वीरवार को विधान सभा सचिवालय में शहर के मेयर, जिला उपायुक्त, आला पुलिस अधिकारियों और नशा उन्मूलन कमेटी के साथ बैठक की। बैठक में पंचकूला से नशे के खात्मे के लिए जहां कड़ी पुलिस कार्रवाई शुरू करने की योजना बनी है वहीं, व्यापक जन-जागरण अभियान चलाने का खाका तैयार किया गया है। इस सिलसिले में 15 से 30 मई तक नशा उन्मूलन पखवाड़ा मनाया जाएगा। इसके साथ ही नशा करने वालों तथा इसके कारोबार में संलिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी पुलिस कार्रवाई पर भी रणनीति तैयार कर ली गई है।

पुलिस ने नशे के कारोबार में संलिप्त लोगों के बारे में सूचना देने के लिए एक विशेष मोबाइल नंबर भी जारी किया है। कोई भी व्यक्ति पुलिस को 7087081100 मोबाइल नंबर पर कॉल करके या व्हाट्सअप के माध्यम से नशाखोरों या इसका धंधा करने वाले लोगों के बारे में जानकारी दे सकता है। पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि वे जानकारी देने वाले की पहचान किसी भी कीमत पर उजागर नहीं होने देंगे। विस अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने लोगों से आह्वान किया कि वे नशा उन्मूलन अभियान में सक्रियता से योगदान करें। शहरवासियों और पुलिस के सामूहिक प्रयत्नों से ही इस बुराई पर विजय प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने बैठक में मौजूद पंचकूला पुलिस आयुक्त हनीफ कुरैशी और डीसीपी मोहित हांडा से जिले में नशाखोरी से संबंधित केसों का ब्योरा भी तलब किया।

गौरतलब है कि नशा उन्मूलन अभियान को प्रभावी बनाने के लिए जिले में पहले नशा उन्मूलन समिति गठित कर दी गई है। इस समिति में सेवानिवृत आईपीएस अधिकार वीके कपूर, पूर्व जिलाधीश विवेक अत्रे, डॉ. प्रदीप अग्रवाल, डीपी सोनी और डीपी सिंहल शामिल हैं। विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि नशा न केवल समाज को खोखला करता है, बल्कि यह युवाओं के भविष्य को भी अंधकारमय कर देता है। उन्होंने कहा कि हम युवाओं को किसी भी कीमत पर नशे की दलदल में फंसने नहीं दे सकते हैं। इसके लिए पंचकूला जिले में युद्ध स्तर पर अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत दो मोर्चों पर काम करना होगा। पहला जन-जागरण और दूसरा कड़ी पुलिस कार्रवाई।

बैठक के दौरान सुझाव आया कि जनजागरण अभियान में समाज सेवी संस्थाओं और शिक्षण संस्थानों को सम्मिलित किया जाना चाहिए। इसके तहत कॉलेजों और दूसरे शिक्षण संस्थानों में विशेष जागरुकता अभियान चलाने की जरूरत है। विस अध्यक्ष ने इसी प्रकार अभियान को जन-जन तक पहुंचाने के लिए नाट्य मंच के कलाकारों की मदद लेने के निर्देश दिए। नगर निगम की ओर से शहर में स्थापित किए जा रहे इलेक्ट्रॉनिक विज्ञापन बोर्डों पर भी नशों से दूर रहने के संदेश प्रसारित होंगे।

बैठक में मौजूद समिति सदस्य सेवानिवृत आईपीएस अधिकारी वीके कपूर ने कहा कि इस दिशा में इंटेलिजेंस विंग की सेवाएं लेनी चाहिए। बैठक में शहर के मेयर कुलभूषण गोयल, जिला उपायुक्त महावीर कौशिक, एसीपी राजकुमार कौशिक, एसीपी यातायात राजकुमार सिंह, समिति सदस्य डॉ. प्रदीप अग्रवाल, डीपी सोनी और डीपी सिंहल भी उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published.