नशे के खिलाफ सरकार व सामाजिक संस्थाओं को मिलकर काम करना होगा – अरोड़ा

पंचकूला। हरियाणा गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजीव अरोड़ा ने कहा कि प्रदेश के 12 जिलों के नागरिक अस्पतालों में नशा मुक्ति केंद्र चलाए जा रहे हैं और शेष बचे जिला नागरिक अस्पतालों में नशा मुक्ति केंद्र शीघ्र खोले जाएंगे। इसके अलावा, नशा मुक्ति केंद्र में मैनपावर बढ़ाई जाएगी। श्री राजीव अरोड़ा ने यह बात आज पंचकूला में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग व पुलिस आयुक्तालय पंचकूला के सयुक्त तत्वाधान में नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस के उपलक्ष्य में ‘प्रेविंटिग ड्रग एब्यूज’ विषय पर आयोजित सेमिनार में सम्बोधन के दौरान कही। उन्होंने कहा कि नशे को जड़ से खत्म करने के लिए सरकार के साथ-साथ एन.जी.ओ व सामाजिक संस्थाओं को मिलकर कार्य करना होगा। स्थानीय निकाय व पंचायत स्तर के साथ-साथ स्कूल, काॅलेज के विद्यार्थियों के लिए जागरूकता कैंप लगाए जाने चाहिए ताकि लोगों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया जाए और उन्हें बताया जाए कि नशा दीमक की तरह है जो शरीर के साथ पैसे की भी बर्बादी है। हमें यह भी सोचना होगा कि अपने आस-पास फैले नशे को कैसे खत्म कर सकते हैं।

श्री अरोड़ा ने कहा कि पुलिस द्वारा नशाखोरी में संलिप्त लोगों को पकडने के अलावा ऐसे लोगों की प्रोपर्टी भी जब्त की जा रही हैं । उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने नशे को खत्म करने, सप्लाई चैन को तोड़ने और नशा बेचने वाले व्यक्तियों को पकड़ने के लिए हरियाणा नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो का गठन किया है। उन्होंने कहा कि भारत युवाओं का देश है और युवाओं को नशे से बचाकर और उन्हें सही दिशा देकर अपने देश को नई बुलंदियों पर ले जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि नशा व्यक्ति के साथ- साथ समाज व देश के लिये भी घातक है। श्री अरोड़ा ने कहा कि पुलिस विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग और स्वास्थ्य विभाग नशे को लेकर लगातार लोगों को जागरूक करने का कार्य कर रहे हैं । नशे की सप्लाई चैन को तोड़ने में पुलिस विभाग अहम भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश से नशे को खत्म करने के लिये सरकार के स्तर पर गंभीरता से कार्य किया जा रहा है । सेमिनार के दौरान लघु फिल्म के माध्यम से यह भी दर्शाया गया कि आज का युवा कैसे नशे की गिरफ्त में आकर शरीर व पैसे की बर्बादी कर रहा है।

पुलिस आयुक्त डाॅ. हनीफ कुरैशी ने कहा कि नशा एक ऐसी समस्या है, जो युवाओं के साथ-साथ देश की अर्थव्यवस्था को भी प्रभावित करता है । उन्होंने नशे को खत्म करने के लिये लोगों में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि नशे बेचने वाले स़्त्रोतों तक पहुंचना बहुत आवश्यक है ताकि नशे की सप्लाई चैन को तोडा जा सके । उन्होंने कहा कि पंचकूला पुलिस नशे के विरुद्ध पूरी ततपरता से लडाई लड़ रही है और एक विशेष अभियान के तहत इस वर्ष अब तक 86 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं और 83 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा, जिला पुलिस द्वारा स्कूल, काॅलेजो के साथ-साथ मार्केंट व अन्य सार्वजनिक स्थानों पर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जागरूकता फैलाने का काम कर रही है।सेमिनार में डाॅ आदित्य कौशिक, डाॅ अभिमन्यु रामपाल, डाॅ मनोज, एडवोकेट प्रतीक गुप्ता, अतुल लखनपाल ने भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस आयुक्त श्री सुरेंद्र पाल सिंह सहित सामाजिक न्याय अधिकारिता, स्वास्थ्य, पुलिस विभाग के अधिकारी, कर्मचारी व एनजीओ और सामाजिक कार्यों से जुड़े लोग भी उपस्थित थे।

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