पंजाब एड्स कंट्रोल कर्मचारियों का धरना दूसरे दिन भी जारी, निकाली रैली
खरड़ । पंजाब स्टेट एड्स कंट्रोल एंप्लॉयीज वेलफेयर एसोसिएशन ने पंजाब प्रोटेक्शन एंड रेगुलराइजेशन ऑफ कॉन्ट्रेक्ट एंप्लॉयीज बिल 2021 के खिलाफ दूसरे दिन भी रोष प्रदर्शन जारी रखा। एड्ज़ कंट्रोल मुलाजिमों ने सिविल अस्पताल खरड़ में धरना दिया और उसके बाद सिविल अस्पताल से खरड़ बस स्टैंड तक शांतिपूर्ण रोष रैली निकाली। इस अवसर पर बोलते हुए अध्यक्ष महेन्द्रपाल सिंह ने कहा कि चन्नी सरकार केवल लोगों को बेवकूफ बना रही है और बड़े-बड़े दावे कर रही है कि 36000 कर्मचारियों को पक्का किया जाएगा, लेकिन सच्चाई यह है कि स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को अनदेखा किया गया है। एड्स कंट्रोल कर्मचारियों को रेगूलर करने वाले बिल 2021 में शामिल नहीं किया गया। जब तक कर्मचारियों को नियमितीकरण बिल 2021 के तहत नहीं लाया जाता, तब तक पूरे पंजाब में काम बंद रख कर हड़ताल जारी रहेगी।
महिंदरपाल सिंह ने कहा कि पंजाब में स्वास्थ्य और शिक्षा को प्राथमिकता के आधार पर सुधारा जाएगा। लेकिन स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को रेगूलर नहीं किया गया, क्योंकि स्वास्थ्य विभाग की ज्यादातर योजनाएं केंद्र और पंजाब सरकार द्वारा संयुक्त रूप से चलाई जा रही हैं। ये वो कर्मचारी हैं जिन्होंने कोरोना महामारी के दौरान पंजाब के मरीजों की सेवा के लिए अपनी जान जोखिम में डाल दी। इसके बावजूद स्वास्थ्य कर्मियों की अनदेखी की गई। पंजाब स्टेट एड्स कंट्रोल सोसाइटी के कर्मचारियों ने कोरोना मरीजों, ब्लड सेंटर और ओएसटी का टेस्ट की सेवाएं जारी रहीं। ये कर्मचारी पिछले 22 वर्षों से लगातार सेवा दे रहे हैं और नियमित करने की मांग कर रहे हैं। हालांकि, शिअद-भाजपा सरकार ने एड्स कंट्रोल सोसाइटी के कर्मचारियों को नियमित करने के लिए एक अधिनियम बनाया।हड़ताल के दौरान पंजाब में एचआईवी टेस्ट, ओएसटी सेंटर्स (ड्रग डिटॉक्स) को भी बंद करना पड़ा। इसी प्रकार, ब्लड सेंटर, एचआईवी मरीजों की दवा के लिए एआरटी केंद्र के अन्य काम बंद करने को मजबूर हैं। यह पंजाब सरकार की एकमात्र जिम्मेदारी है। इस अवसर पर एसोसिएशन के उपाध्यक्ष जसमेल सिंह देओल, महासचिव अमनदीप सिंह मुकेरियां, शाम सैनी, वित्त सचिव गुरजंत सिंह, प्रेस सचिव मनीश कुमार, जिला कोआर्डीनेटर बेअंत कौर मानसा, कंवलजीत सिंह फाजिल्का समेत अन्य कर्मचारी मौजूद थे।