पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए 232 पशु चिकित्सा संस्थाएं कार्यरत
जींद । सघन पशुधन विकास परियोजना के तहत अव्वल नस्ल के पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए जिला में 232 पशु चिकित्सा संस्थाएं कार्यरत हैं तथा जिला मुख्यालय पर एक वैटनरी पॉलिक्लीनिक पशु अस्पताल स्थापित है। मंगलवार को पशुपालन विभाग के उपनिदेशक एनडी गोयल ने बताया कि चालू वित्त वर्ष में 41990 गायों तथा 247000 भैंसों को कृत्रिम गर्भाधान विधि से गर्भित करने का लक्ष्य रखा गया है। अबतक जिला में 4606 गायों तथा 16224 भैंसों को कृत्रिम गर्भाधान विधि से गर्भित किया गया है। इस विधि से गायों के 13550 तथा भैंसों के 75650 बच्चे पैदा किए गए हैं। उन्होंने बताया कि 50 भैसों वाली दस डेयरी, 20 व 10 भैसों वाली 15-15 डेयरी, 10 भारतीय गायों वाली तीन डेयरी, पांच भैसों वाली 50 डेयरी, पांच भारतीय गायों वाली सात डेयरी, अनुसूचित जाति के लोग लिए दो- तीन भैसों वाली 100 मिनी डेयरियां स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।