पार्किंग घोटाले में सीबीआई जांच की माँग-आम आदमी पार्टी

चंडीगढ़:~ आज आम आदमी पार्टी के पार्षदो ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर के पार्किंग घोटाले की सीबीआई जांच की मांग की।प्रेस कॉन्फ्रेंस में मलविंदर सिंह कंग,प्रदीप छाबड़ा, दमनप्रीत सिंह,योगेश ढींगरा,जसबीर लाडी, प्रेम लता,तरुणा मेहता,अंजू कटयाल,कुलदीप धलोहर,पूनम,नेहा मुसफ़त,सुमन शर्मा, लखविंदर बिल्लू व जसविंदर कौर उपस्थित थे।कुछ दिन पहले मेयर, कमिश्नर ओर एसपी ने प्रेस कांफ्रेंस की जिसमे ये बताया कि पार्किंग घोटाले के कम्पनी मालिक संजय शर्मा को गिरफ़्तार कर किया है ये कॉन्फ्रेंस 7 दिन बाद क्यों की इतने दिन क्यों लग गए। बल्कि तब तक पुलिस 2 बार रिमांड ले चुकी थी
2. जिस की पार्किंग सबलेट की उस पर ना मेयर ने कूछ बताया, ना कमिश्नर ने ओर ना ही एसपी ने, हमे उसका जवाब चाहिए।

3. जब टेंडर हुआ उसमें किस किस अधिकारी के साइन है उन पर क्या करवाई हुई उसका जवाब हमे दिया जाए।

4. नगर निगम को चुना लगाने वाले संजय शर्मा ने किस तरह से ये घोटाला किया और उसका किस किस ने साथ दिया 7 दिन के बाद भी पुलिस नही बता पाए कही ये गिरफ्तारी आंखों में घुल झोंकने वाली तो नही?
5. आज नगर निगम ने पश्चात्य इंटरप्राइजेज कंपनी के डारेक्टर सजय शर्मा को इंडियन बेंकक्रप्सी कोर्ट का नोटिस दे दिया तांकि वो दिवालिया घोषित हो जाये पर 6.82 करोड़ लुटवाने के बाद नींद खुली ??? चंडीगढ़ के टेक्सपेर के 7 करोड़ कैसे रिकवर होंगे उसका जवाब दे हमे।
6. आज पूरा विपक्ष पार्किंग घोटाले में एकजुट है बल्कि सतत पक्ष के पार्षद भी खुल कर सवाल उठा रहे है लेकिन किसे बचने की कोशिश हो रही है इसकी जांच होनी चाहिए।
*सवाल
बिल्कुल वैसे हमे बहुत बार बोला जाता है कि इसमें रेवन्यू लॉस है कभी उसमें रेवेन्यू लॉस है बिल्कुल रेवन्यू लॉस नही होना चाहिए लेकिन इस पार्किंग घोटाले के 7 करोड़ का रेवेन्यू लॉस का जिम्मेदार कौन है हाउस को बताया जाए ?
पार्किंग का ठेकेदार लोगो से पैसे लेता गया और कारपोरेशन को चूना लगाता गया इसकी जानकारी होने के बाद जानबूझकर आंखे बंद करके कौन सोया रहा उसकी भी जांच होनी चाहिए। कमाल की बात तो ये भी है कि जब ठेकेदार ने कारपोरेशन को पैसे देने बंद किये उसी वक्त उसका ठेका रद्द करना तो दूर उसकी डेढ़ करोड़ की बैंक गारंटी से भी काटने की जहमत नही उठाई ऊपर से वो बैंक गारंटी भी फर्जी निकली। मेयर साहब शुक्र है कि 31 जनवरी को टेंडर खत्म हो रहा था और हाउस में दूसरे डिफाल्टर को टेंडर देने की कोशिश हो रही थी अगर ये टेंडर खत्म होने की तारीख ना आती तो जो ये 7 करोड़ का घोटाला पता नही कितने करोड़ का हो जाता किसी को पता नही चलता | मेयर साहब हाउस को ये बताया जाए कि किस किस को जानकारी थी कि पार्किंग ठेकेदार ने कारपोरेशन को पैसे देने बंद कर दिए है उसकी जानकारी दी जाए।दूसरी बात फर्जी बैंक गारंटी के बारे में किसी किस को मालूम था और कब से मालूम था उसकी जानकारी दी जाए।मेयर साहब कोई ना कोई कोरस्पॉन्ड्स तो हुई होगी उसकी जानकारी हाउस को दी जाए, किस अधिकारी ने दूसरे अधिकारी को लिखित में जानकारी तो दी होगी वो भी हाउस को बताया जाए। किस अधिकारी के पास ये जानकारी पहुचने के बाद रुकी वो भी हाउस को बताए | हम मांग करते है कि पार्किंग घोटाले की सीबीआई जांच हो इसे हाउस में सर्वसम्मति से पास किया जाए तांकि दूध का दूध पानी का पानी हो सके।पार्किंग की पमेंट अप्रैल जून में 2021 में ढाई करोड़ के लगभग हो गई थी, तब ये एजेंडा हाउस में क्यों नही लाया गया, तांकि उसकी बैंक गारंटी से ढाई करोड़ के ड्यूज की रिकवरी हो जाती और ढाई करोड़ से 7 करोड़ का ड्यूज ना हो जाता चार से साढ़े चार करोड़ हम बचा लेते
तारिख हाउस मीटिंग में 2 दिन में रिपोर्ट सब्मिट करने की बात हुई थी अभी तक हाउस नही लगा तो रिपोर्ट सबमिट कैसे होती जिस ऑफिसर यानी पार्किंग हेड ने रिपोर्ट सबमिट करनी थी उसका तबादला कर दिया था इसका मतलब कुछ छुपाया जा रहा है और किसे बचाया जा रहा है।
जब हाउस में पार्किग घोटाले के लिए सर्वदलीय कमेटी बनाई थी उसका हेड ही एक ऑफिसर को बना दिया यानी अब एक ऑफिसर दूसरे ऑफिसर की जांच करेगा जांच कितनी विश्वनीय होगी आप खुद देख सकते है।स्पेशल हाउस मीटिंग को ले कर मेयर से सभी पार्षद मिले |

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