पीपीपी की त्रुटियों को दूर करने के लिए शिविरों का आयोजन
-दूसरे चरण में 16 से 18 दिसंबर तक जिलाभर में लगेंगे विशेष शिविर
भिवानी। आजादी के अमृत महोत्सव श्रृंखला के तहत हरियाणा सरकार द्वारा आमजन की परिवार पहचान पत्र ( पीपीपी )से संबंधित समस्याओं का समाधान व डाटा सत्यापन करने के लिए दूसरे चरण में 16 दिसंबर से तीन दिन तक जिलाभर में विशेष शिविर आयोजित किए जाएंगे। नागरिक संसाधन सूचना विभाग द्वारा आमजन की सुविधा के लिए पीपीपी की त्रुटियों को दूर करने के लिए 16, 17 व 18 दिसंबर को जिलाभर के ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में 300 से अधिक स्थानों पर विशेष शिविर आयोजित किए जाएंगे।
उपायुक्त नरेश नरवाल ने यह जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा परिवार पहचान प्राधिकरण (एचपीपीए) के निर्देशानुसार 16, 17 और 18 दिसंबर को ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में शिविर आयोजित कर पीपीपी की त्रुटियां ठीक की जाएगी। परिवार पहचान पत्र से संबंधित डाटा सत्यापित करवाने व दस्तावेज में सुधार के लिए जिलाभर में आयोजित होने वाले इन शिविरों में लोग भागीदार बनें। सरकारी योजनाओं व सेवाओं का लाभ उठाने के लिए अपना परिवार पहचान पत्र अपडेट अवश्य कराएं।
डीसी ने बताया कि इन विशेष शिविरों में पीपीपी में दर्ज परिवारों के डेटा को अपडेट करना, पीपीपी में दर्ज गलत डेटा को दुरुस्त करना, दिव्यांग जनों के डेटा को वेरीफाई करना, 55 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों की जन्म प्रमाण-पत्र के साथ जन्मतिथि को वेरीफाई करना आदि कार्य किया जाएगा। आय के अतिरिक्त अन्य डेटा वेरिफाई करवा सकते हैं।
डी सी ने बताया कि इसके साथ हरियाणा के जिन निवासियों का पीपीपी में डेटा पंजीकृत नहीं है ,उनका रजिस्ट्रेशन के साथ-साथ नॉट ट्रेसेबल के रूप में चिह्नित परिवारों का सत्यापन भी किया जाएगा। इस दौरान सम्बंधित खंडों के बीएलओ, डिपो होल्डर, लोकल कंप्यूटर ऑप्रेटर, मीटर रीडर व सक्षम युवाओं के सहयोग से कार्य को गति दी जा रही है।
डीसी ने बताया कि परिवार पहचान पत्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। इसके माध्यम से हर पात्र परिवार को सभी सरकारी योजनाओं व सेवाओं का लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि परिवार पहचान पत्र बनाने की ऐसी योजना बनाने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य है। उन्होंनेे कहा कि वर्तमान दौर सूचना प्रौद्योगिकी का है, इससे सेवाओं का सरलीकरण किया जा रहा है। पीपीपी के शुरू होने से यह आसानी से पता चल जाएगा कि कौन व्यक्ति या परिवार किस योजना का लाभ लेने का पात्र है और किसे इन योजनाओं का लाभ नहीं मिला है। पीपीपी के माध्यम से सरकारी योजनाओं के क्रियान्वन में पारदर्शिता आ रही है।