पूर्व वित्‍त मंत्री चिदंबरम ने की जीडीपी ग्रोथ कम होने की भविष्‍याणी

नई दिल्‍ली । अंतरराष्‍ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के बाद  अब पूर्व वित्‍त मंत्री पी. चिदंबरम ने भी देश की सकल घरेलू उत्‍पाद जीडीपी वृद्धि दर को लेकर भविष्‍यवाणी की है। चिदंबरम ने मंगलवार को लगातार कई ट्वीट कर कहा कि उन्‍हें हैरानी नहीं होगी यदि आर्थिक विकास की रफ्तार यानी जीडीपी ग्रोथ की दर और नीचे चली जाती है। उन्होंने कहा आईएमएफ का चालू वित्‍त वर्ष में जीडीपी ग्रोथ रेट का 4.8 फीसदी का अनुमान भी कुछ विंडो ड्रेसिंग के बाद है। साथ ही चिदंबरम ने चिंता जताई कि इस अनुमान के सामने आने के बाद आईएमएफ और डा. गीता गोपीनाथ पर सरकार के मंत्री हमलावर हो सकते हैं। उल्‍लेखनीय है कि आईएमएफ ने दावोस में चल रहे विश्व आर्थिक मंच (डब्‍ल्‍यूईएफ) की बैठक के दौरान भारत समेत वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए अनुमानित आर्थिक वृद्धि दर में भारी कटौती की है। आईएमएफ ने वित्त वर्ष 2019-20 के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ का अबतक का सबसे कम अनुमान 4.8 फीसदी पेश किया। दरअसल आईएमएफ ने अपने रिपोर्ट में मौजूदा और अगले साल भारत की ग्रोथ में सुधार के लिए मौद्रिक और राजकोषीय मोर्चे पर राहत के उपायों और तेल की कीमतों में नरमी के अनुमान को आधार बनाया है।

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