प्याज की बढ़ती कीमत पर बोले पासवान, सरकार दाम घटाने की कर रही कोशिश
नई दिल्ली । देशभर में प्याज की बढ़ती कीमतों ने जहां आम आदमी के ‘आंसू’ निकाल रखे हैं वहीं, प्याज को लेकर विपक्ष भी सरकार पर हमलावर हो रहा है। इसी बीच केंद्रीय खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री राम विलास पासवान ने गुरुवार को एक के बाद दो-तीन ट्वीट कर प्याज पर सरकार की स्थिति स्पष्ट करने की कोशिश की। पासवान ने अपने ट्वीट में कहा है कि प्याज की कीमतें नियंत्रित करने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। स्टॉक लिमिट को दो दिन पहले फिर से संशोधन किया गया है, ताकि जमाखोरी रोकी जा सके।
उधर, सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज शाम प्याज पर बनी मंत्री समूह के मंत्रियों के साथ बैठक करने वाले हैं। पासवान ने अपने ट्वीट में लिखा है कि सरकार प्याज की उपलब्धता बढ़ाने के लिए केंद्रीय ट्रेडिंग कंपनी खनिज तथा धातु व्यापार निगम लिमिटेड (एमएमटीसी) ने 6090 टन प्याज मिस्र से और 11000 टन टर्की से मंगाया है, जो 15 दिसम्बर से 15 जनवरी के बीच उपलब्ध हो जाएगा। उन्होंने लिखा है कि टर्की से और 4000 टन प्याज जनवरी के मध्य तक बाजार में आ जाएगा। इसके अलावा 5-5 हजार टन के तीन नये टेंडर भी निकाले गए हैं।
अपने अगले ट्वीट में पासवान ने लिखा है कि सरकार ने उपलब्धता बढ़ाने के लिए विदेश से प्याज के आयात में कई सुविधाओं और रियायतों की घोषणा की है, जिसकी वजह से प्याज का आयात तेजी से बढ़ा है। एमएमटीसी के जरिए सरकार खुद भी प्याज आयात कर रही है और निजी आयातकों को प्रोत्साहन भी दिया है। इससे अगले एक हफ्ते में आयातित प्याज बाजार में उपलब्ध हो जाएगा।
खाद्य मंत्री ने तीसरे ट्वीट में लिखा है कि सरकार खुद भी सहकारी खरीद संस्था नैफेड और एनसीसीएफ के जरिए अलग-अलग जगहों पर और सफल, केन्द्रीय भंडार, मदर डेयरी आदि के काउंटरों से उपभोक्ताओं को सस्ता प्याज मुहैया करवा रही है। हालांकि, सरकार का ये दावा बेमानी साबित हो रहा है, क्योंकि प्याज का 57000 टन का बफर स्टॉक और 29 सितम्बर को प्याज के निर्यात पर पूरी तरह रोक लगाने और प्याज के भंडारण पर स्टॉक लिमिट लगाने के बावजूद प्याज के दाम आसमान छू रहे हैं।