फिक्की ने कोविड-19 के दौरान जीएसटी को लेकर उद्योग की चुनौतियों और विकास का मुद्दा उठाया

चंडीगढ़: फिक्की ने श्री संजय मल्होत्रा, प्रैक्टिसिंग कंपनी सैक्रेटरी (सीएस) और डॉ.बलजीत सिंह खेहरा,  आईआरएस, सहायक निदेशक- एनएसीआईएन के साथ एक ऑनलाइन पैनल सेशन आयोजित किया। इस सेशन का आयोजन उद्योग को माल और सेवा कर (जीएसटी) से संबंधित मुद्दों को उठाने और विकास पर चर्चा करने के लिए एक मंच प्रदान करने के लिए किया गया था। माल और सेवा कर (जीएसटी) में कोविड-19 के दौरान कई घटनाक्रम देखे हैं। पैनल सेशन में विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया और इसमें पूरे भारत के विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों से कारोबारियों, फाइनेंस, अकाउंटेंट्स, जीएसटी प्रमुखों और सलाहकारों ने सहभागिता की। श्री संजय मल्होत्रा, प्रैक्टिसिंग कंपनी सैक्रेटरी (सीएस)ने हाल के घटनाक्रमों पर अपनी विशेषज्ञ सलाह प्रदान करते हुए कई उपयोगी नुक्तों के साथ प्रेजेंटेंशन दी। जीएसटीआर-1 और जीएसटीआर-3बी रिटर्न की तय तारीख, कुछ तय अनुपालन और कार्यों का विस्तार, ब्याज दर का लागूकरण, जॉब वर्क पर जीएसटी दरें, कंपोजीशन स्कीम की घोषणा, कुछ ऐसे विषय थे, जिन पर श्री मल्होत्रा ने काफी आसानी से चीजों को समझाया। श्री मल्होत्रा ने काफी महारत के साथ उद्योग के मुद्दों को विस्तार से समझाया और उनकी सभी पेचीदगियों के बारे में भी समझाया।
श्री जीबी सिंह, रीजनल हेड़-फिक्की ने प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए और उन्हें एजेंडे से अवगत कराते हुए सेशन की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि जीएसटी रिफंड को उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण चिंता का विषय है और बताया कि फिक्की को विशेष रूप से एमएसएमई, द्वारा इस मामले को हल करने के लिए सरकारी अधिकारियों के साथ उठाने के लिए कई अनुरोध प्राप्त हुए हैं। डॉ.बलजीत सिंह खेहरा, आईआरएस, असिस्टेंट डायरेक्टर, एनएसीआईएन ने उद्योग को आश्वासन दिया कि हितधारकों के सर्वोत्तम हित के लिए कर ढांचे में लगातार बदलाव किए गए हैं।

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