मई डे यानि मजदूर दिवस: हक और हितों के लिए हो रहे कर्मचारियों ने प्रशासन के खिलाफ किया जोरदार प्रदर्शन

चंडीगढ़:विश्व भर में कार्यरत कर्मचारियों द्वारा बड़ी ही धूमधाम से यह दिन मनाया जाता है। पर वहीं चंडीगढ में प्रशासन की अनदेखी अपने हक औरहितों के लिए यही कर्मचारी संघर्ष करने के लिए मजबूर हैआल कांटरैकचुअल कर्मचारी संघ कांटरैकट व आउटसोर्सिंग वर्कर्स की मांगों को लेकर तथा शासन व प्रशासन कोजगाने के लिए समय समय पर रैली प्रदर्शन करता आ रहा है।   लेकिन इस सबके बाबजूद सरकार  और प्रशासन के कानो पर जूं भी  नही रेंगी।  कर्मचारियों  को झूठे और खोखलेवादों के अलावा कुछ नही मिला।आल कांटरैकचुअल करमचारी संघ के प्रधान अशोक कुमार ने बताया कि इसी कड़ी में अपनी मांगो को लेकर आल कांटरैकचुअल करमचारी संघ ,यू.टी चंडीगढ के बैनर तलेआज हजारों कर्मचारियों ने सेक्टर 20 स्थित मस्जिद ग्राउंड में जोरदार प्रदर्शन किया और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। चंडीगढ में कॉन्ट्रैक्ट और आउटसोर्सिंगपर काम कर रहे कर्मचारियों को पक्का किये जाने व समान काम-समान दिए  जाने की मांगों को  लेकर आल  कांटरैकचुअल करमचारी संघ ,यू.टी चंडीगढ, पिछले काफी लंबेसमय से लगातार धरना प्रदर्शन और संघर्ष करता आ रहा हैं पर प्रशासन उनकी मांगों को लेकर आंखे मूंदे बैठा है।इस अवसर पर सभी मजदूरों व वर्कर्स ने शहीदों को श्रद्धांजलिदी व शासन व प्रशासन से मांगें पूरी होने तक संघर्ष को जारी रखने का प्रण  लिया |

कर्मचारियों की इसके अलावा अन्य मांगो में केंद्रीय नीति के अभाव में पंजाब की रैगुलराइजेशन पालिसी 2011 लागू करना, डी.सी रेट वरकरस को बेसिक+डी ए देना,एन.एच.एम,पी.जी.आई, सपिक व अनय एजेंसियों दवारा रखे गए आउटसोर्सिंग वरकरस को समान काम -समान वेतन देना, सी.टी.यू कंडकटरस को कलास – III का डी.सी रेटदेना,  जैम परणाली में  टैंडर  व ठेकेदार बदलने  र पुराने वरकरस को न निकालना तथा ठेकेदारी परथा बंद या सुरक्षित करना इतयादि शामिल है। आल कांटरैकचुअल  करमचारी  संघ के चेयरमैन बिपिन शेर सिंह ने बताया कि केदारी प्रथा में ठेकेदार  व शासन  दवारा पढे लिखे बेरोजगार युवाओं पर  हो रहे शोषण व अत्याचार  को बंद  करने व भविष्य में वर्करों की  सुरक्षा करने हेतु वर्कर्स डे पर इस परदर्शन का आयोजन किया गया| आल कांटरैकचुअल करमचारी संघ चंडीगढ के सभीलोकसभा उम्मीदवारों से भी यह गुहार करता है कि अपने चुनावी घोषणापत्र में 25000 कच्चे कर्मचारियों की उचित मांगो को शामिल कर उनका निवारण करें |

Leave a Reply

Your email address will not be published.