मुख्यमंत्री अत्ंयोदय परिवार उत्थान योजना की आयोजित हुई समीक्षा बैठक

भिवानी। अतिरिक्त उपायुक्त राहुल नरवाल की अध्यक्षता में स्थानीय लघु सचिवालय स्थित डीआरडीए सभागार में मंगलवार को मुख्यमंत्री अत्ंयोदय परिवार उत्थान योजना की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में एडीसी ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को अपने स्तर पर योजनाओं के प्रभावी ढंग से क्रियान्वयन में सजगता बरतने के निर्देश दिए। बैठक में एडीसी ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में प्रदेश सरकार विकासात्मक जनसेवा को समर्पित योजनाओं को लागू करते हुए अनुकरणीय कदम उठा रही है।
अतिरिक्त उपायुक्त ने मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान मेलों से जुड़े विभिन्न विभागों के अधिकारियों द्वारा ऋण के लिए स्वीकृत किए गए आवेदन पत्रों की बैंकर्स के साथ समीक्षा की और जरूरी दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अगर बैंकर्स ऋण अदायगी में बेवजह देरी करते पाए गए तो इसके लिए वे स्वयं जिम्मेदार होंगे। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा 18 विभागों से संबंधित योजनाओं का लाभ अंत्योदय मेलों के माध्यम से गरीब परिवारों को दिया जा रहा है ताकि उनकी आमदनी में बढ़ोतरी हो सके। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य है अंत्योदय मेलों के माध्यम से गरीब परिवारों की आमदनी बढ़े और प्रदत्त योजनाओं में से किसी न किसी एक योजना का पात्र व्यक्ति को लाभ अवश्य मिले। ऐसे में बैंकर्स की यह जिम्मेदारी है कि वह पात्र गरीब परिवारों को स्वरोजगार के लिए तुरंत प्रभाव से ऋण मुहैया करवाएं ताकि उसकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके। उन्होंने संबंधित अधिकारियों व बैंकर्स को निर्देश दिए कि वे अंत्योदय मेलों के माध्यम से गरीब परिवारों की आमदनी बढ़ाने के उद्देश्य से स्वरोजगार के लिए ऋण के केसोंं को प्राथमिकता के आधार पर निपटाएं। आवेदन पत्रों को बेवजह रद्द न करें तथा हर पात्र व्यक्ति को योजनाओं का लाभ पहुंचाना सुनिश्चित करें ताकि उन्हें केन्द्र व राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिलें।
एडीसी श्री नरवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना राज्य सरकार की अहम योजनाओं में से एक है। जिसकी समीक्षा स्वयं मुख्यमंत्री समय-समय पर करते हैं। उन्होंने विभागों को निर्देश दिए कि मेलों के दौरान प्राप्त आवेदनों पर संबंधित विभाग द्वारा तुरंत कार्रवाई की जाए ताकि लाभार्थी को उसकी पात्रता के अनुसार सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जा सके। उन्होंने कहा कि विभाग सुनिश्चित करें कि कोई भी आवेदन लंबित न रहे। उन्होंने बैंक प्रतिनिधियों को ऋण संबंधित आवेदनों के लिए सभी आवश्यक दस्तावेज पूर्ण करवा कर लाभार्थियों को ऋण सुविधा उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए ताकि वे अपना स्वरोजगार स्थापित कर अपनी व अपने परिवार की आय को बढ़ा सकें। इस दौरान जिला समाज कल्याण विभाग से सत्यवान, महिला एवं बाल विकास विभाग से दर्शना मालवाल, एलडीएम हेमराज मीणा सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published.