यूटी पावरमैन यूनियन ने विभिन्न मांगों को लेकर 10 अगस्त को सैक्टर 17 में दिये जा रहे धरने की तैयारी शुरू की

चण्डीगढ़। यूटी पावरमैन यूनियन ने अपनी माँगों के समर्थन में विभाग के अधिकारियों के नकारात्मक रवैये के विरोध में 10 अगस्त को सैक्टर 17 में दिये जा रहे धरने की तैयारी शुरू कर दी है। इस सम्बन्ध में यूनियन की 27 जुलाई को हुई कार्यकारिणी की मीटिंग में 10 अगस्त को धरना देने का फैसला करने के बाद लड़ीवार गेट मीटिंगे कर धरने की तैयारी शुरू कर दी है। आज बिजली दफ्तर औद्योगिक क्षेत्र में गेट मीटिंग की गई। गेट मीटिंग को संबोधित करते हुए यूनियन के महासचिव गोपाल दत्त जोशी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमरीक सिंह, गुरमीत सिंह, पान सिंह, राजिन्दर ठाकुर, ललित सिंह सुरजीत सिंह आदि यूनियन के पदाधिकारियों ने काफी लम्बे समय से पैन्डिग माँगों पर प्रशासन खासकर बिजली विभाग के अधिकारियों की तीखी निन्दा करते हुए आरोप लगाया कि बिजली विभाग के अधिकारी जानबूझकर माँगों की अनदेखी कर रहे हैं, जिस कारण कर्मियों में रोष फैल रहा है। वक्ताओं ने आरोप लगाया कि एक तरफ तो अधिकारी गाड़िया न होने का बहाना बनाकर आउटसोर्स ड्राईवरों को नौकरी से निकाल रहे हैं, दूसरी तरफ उनकी जगह रिटायर कर्मियों को भर्ती किया जा रहा है जो सरासर गैरकानूनी व गल्त फैसला है। वक्ताओं ने अधिकारियों पर सरेआम धांधली का आरोप लगाते हुए कहा कि अधिकारियों ने जानबूझकर कन्डम गाड़ियों की जगह रिप्लेसमैंट का एस्टीमेंट बनाने में देरी की जिस वजह से गाड़ियां समय पर नहीं खरीदी गई, दूसरी तरफ 14 लाख साल के हिसाब से प्राईवेट गाड़ी को हायर करने में जल्दीबाजी दिखाई व विभाग पर अतिरिक्त बोझ डाला गया। वक्ताओं ने कहा कि जब जरूरी सेवाओं के विभागों में गाड़ियाँ खरीदने में कोई पाबन्दी नहीं है तो जानबूझ कर नई गाड़ियां खरीदने में देरी क्यों की जा रही है। इसी तरह अधिकारी सहायक लाइनमैन की नियमित भर्ती का हवाला देकर आउटसोर्स पर काम कर रहे सहायक लाइनमैनों को हटाने की बात कर रहे हैं जो सरासर गलत है यूनियन इस फैसले का डटकर विरोध व मुकाबला करेगी।
वक्ताओं ने आगे कहा कि विभाग के अधिकारियों की नाकामयाबी के कारण पिछले कई सालों से सीधी भर्ती की पोस्टें नहीं भरी गई। अब अधिकारी पिछले 2 साल से प्रमोशन की पोस्टें भी भरने में आनाकानी कर रहे हैं जिस कारण योग्यता व प्रमोशन की पोस्टें होने के बाद भी कर्मचारी 30-35 साल की सेवा के बाद बिना एक भी प्रमोशन लिए रिटायर हो रहे हैं। इसी तरह पी एस पी सी एल के आधार पर मिल रहे वेतनमानों को भी तोड़ मरोड़कर केन्द्रीय वेतनमानों में मर्ज कर कर्मचारियों का वित्तीय नुक्सान किया जा रहा है तथा प्रशासन सी जी एच एस स्कीम लागू करने में आनाकानी कर रहा है तथा बिजली विभाग के कर्मचारियों को काम के नेचर के हिसाब से रिस्क, शिफ्ट, मोबाईल बिजली आदि मिल रही सहूलियतें बन्द करने की बातें कर कर्मचारियों के हितों के साथ कुठाराघात किया जा रहा है। वक्ताओं ने सभी कर्मचारियों को 10 अगस्त 2023 को दिये जा रहे धरने में भारी संख्या में शामिल होने की अपील की।

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