योग भारत की प्राचीन परम्परा का अमूल्य उपहार – डॉ. सैजल

सोलन। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा आयुष मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि योग भारत की प्राचीन परम्परा का अमूल्य उपहार है जो व्यक्ति को शारीरिक एवं मानसिक तौर पर स्वस्थ बनाता है। डॉ. सैजल आज यहां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य पर आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे थे।
डॉ. सैजल ने कहा कि योग परम ज्ञान प्राप्त करने का एकमात्र साधन है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में प्रतिदिन की भाग-दौड़ के कारण व्यक्ति मानसिक और शारीरिक रूप से अक्षम होता जा रहा है। इसके लिए आवश्यक है कि व्यक्ति अपनी दिनचर्या में सकारात्मक बदलाव लाकर योग को अपनाए और निरोग रहे। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का मूल उद्देश्य लोगों में योग के प्रति जागरूकता लाकर सभी को स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने के लिए प्रेरित करना है।
आयुष मंत्री ने कहा कि भारत की संास्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर योग ने पूरे विश्व में एक अलग पहचान बनाई है। योग शरीर और दिमाग दोनों का संतुलन करने का सबसे बेहतरीन तरीका माना जाता है। उन्होंने कहा कि योग द्वारा जहां रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाई जा सकती है वहीं पर मन को शांत करने के साथ-साथ योग कई तरह की बीमारियों से निज़ात दिला सकता है।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस प्रत्येक वर्ष 21 जून को मनाया जाता है।
इस अवसर पर भाजपा संगठन मंत्री पवन राणा, हिमाचल प्रदेश खादी बोर्ड के उपाध्यक्ष पुरुषोतम गुलेरिया, भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष रश्मिधर सूद, भाजपा ज़िला अध्यक्ष आशुतोष वैद्य, भाजपा कार्यकारिणी के सदस्य डॉ. राजेश कश्यप, पार्षद शकुन्तला शर्मा, प्रियंका अग्रवाल, उपायुक्त सोलन कृतिका कुलहरी, अतिरिक्त उपायुक्त सोलन ज़फ़र इकबाल, पुलिस अधीक्षक सोलन वीरेन्द्र शर्मा, उपमण्डलाधिकारी सोलन विवेक शर्मा, ज़िला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ. देशराज बनयाल, डॉ. मंगेश, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के प्रशिक्षु, एनसीसी केडिट, एनएसएस के छात्र व विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों ने योग व अभ्यास किया।

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