लोकतंत्र के जिंदा रहने के लिए विपक्ष का जिंदा रहना जरूरी:~सुक्खू

चंडीगढ़:~ कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द होने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है | विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर नजर आ रहा है | इसके विरोध में जहां देश भर में प्रदर्शन हो रहे हैं, तो वहीं कांग्रेस इसे षड्यंत्र करार दे रही है | हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पहले ही इसे केंद्र सरकार की तानाशाही बता चुके हैं |अब मुख्यमंत्री सुक्खू ने एक बार केंद्र पर निशाना साधते हुए इसे लोकतंत्र की हत्या बताया है |मंगलवार को चंडीगढ़ में एक प्रेस वार्त के दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि बीते कुछ दिनों से एक मामले को लेकर संसद में गतिरोध चल रहा है | राहुल गांधी ने जब संसद में सवाल खड़े किए तो उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की गई और उनकी सदस्यता रद्द् कर दी गई | उन्होंने कहा कि लोकतंत्र तब जिंदा रहता है, जब विपक्ष जिंदा रहता है | लोकतंत्र के जिंदा रहने के लिए विपक्ष का जिंदा रहना जरूरी है |उन्होंने कहा कि 8 साल से केंद्र में बैठी सत्ताधारी पार्टी आज मुख्य विपक्षी पार्टी के नेता की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है | कांग्रेस नेता राहुल गांधी की आवाज को दबाने के लिए षड्यंत्र रचा गया है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है | उन्होंने कहा कि सत्तापक्ष से अपना विरोध सहन नहीं हो रहा है | राहुल गांधी ने सदन में जो सवाल उठाए, सरकार उसका जवाब नहीं दे पाई | उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने अडानी और सरकार ने रिश्ते पर सवाल उठाए थे | उन्होंने पूछा था कि अडानी की शेल कंपनियों को 20 हजार करोड़ रुपये कहां से प्राप्त हुए | राहुल गांधी के इन्हीं तीखे सवालों का जवाब सत्तापक्ष दे नहीं पा रहा है | ऐसे में षड्यंत्र के तहत राहुल गांधी की सदस्यता रद्द कर दी गई | उन्होंने कहा कि सत्ता में जो भी होता है, वो अक्सर अहंकार में होता है और अहंकार वह अपनी बुराई नहीं सुन पाता | केंद्र सरकार के साथ भी इस समय कुछ ऐसा ही है | अहंकार में केंद्र सरकार अपनी बुराई सुन नहीं पा रही है | उन्होंने कहा कि राहुल गांधी लोकतंत्र की आवाज हैं | हाल ही में कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा निकाली थी | जिसका मकसद भारत को एक करने का था | लेकिन, इस यात्रा में जनता का हुजूम देख सत्तापक्ष घबरा गया और उन्होंने विपक्ष के नेता की अवाज को दबाने का खूब प्रयास किया | जब ऐसा नहीं हुआ तो उन्होंने सदस्यता ही रद्द कर दी | उन्होंने कहा कि आज ईडी, सीबीआई अन्य संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग किया जा रहा है | विपक्ष की अवाज को दबाने के लिए इन संस्थाओं का सहारा लिया जा रहा है, जो सरासर गलत है |

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