विश्व मृदा दिवस पर किसानों को दी मिट्टी के स्वास्थ्य की सटीक जानकारी
भिवानी। कृषि विभाग ने स्थानीय कृषि विज्ञान केंद्र में पांच दिसंबर विश्व मृदा दिवस के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उप निदेशक डॉ. आत्मा राम गोदारा बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे। यह कार्यक्रम हर वर्ष जिला स्तर पर मनाया जाता है। इस कार्यक्रम में जिला के किसानों को मिट्टी के स्वास्थ्य की विस्तार से सटीक जानकारी दी। इस दौरान नगर परिषद चेयरमैन प्रतिनिधि भवानी प्रताप ने भी किसानों को विश्व मृदा दिवस पर संबोधित किया।
कृषि विभाग के डीडीए डॉ. आत्मा राम गोदारा ने बताया कि पांच दिसंबर को हर साल पूरे विश्व में विश्व मृदा दिवस के रूप में मनाया जाता है। हरियाणा में भी सभी जिलों में जिला स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करके विश्व मृदा दिवस मनाया जाता है। इसी कड़ी में सरकार ने हर खेत-स्वस्थ खेत अभियान अभियान की शुरुवात की हैं, जिसके अंतर्गत नि:शुल्क समस्त हरियाणा के कृषि योग्य भूमि के हर एकड़ की मिट्टी जांच करके उसके मृदा स्वास्थ्य कार्ड तैयार कर के किसानों को वितरित किए जायेंगे। इस योजना से किसान को खेत की मिट्टी के स्वास्थ्य की सटीक जानकारी मिलेगी। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिला में खंड भिवानी, तोशाम, सिवानी, बहल और लोहारू में पांच बड़ी मिट्टी जांच की लैब बनाई गई हैं। जिनमें से भिवानी और बहल की मिट्टी जांच लैब शुरू हो चुकी हैं, बाकी बहुत जल्द शुरू होगी। इसके अलावा जुई और ढिग़ावा में दो मिनी मिट्टी जांच लैब बनाई गई हैं जो कार्यरत्त है।
कृषि वैज्ञानिक डॉ. मुकेश शर्मा, योगिता बाली, जितेन्द्र सांगवान, संजय कुमार, मुराली लाल, सत्यवीर शर्मा ने बताया कि मृदा हैल्थ कार्ड, मृदा संरक्षण, मिट्टी जांच, मिट्टी सैंपलिंग, पीएमएफवीवाई, पीएम किसान योजना सहित कृषि बीमा योजना, बागवानी, सूक्ष्म सिंचाई, फसल प्रबंधन, फसल चक्र, पोली हाउस सहित अन्य कृषि से संबंधित तकनीक के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
कृषि वैज्ञानिकों ने बताया कि मिट्टी लैबों में मिट्टी के अंदर उपलब्ध पोषक तत्व जैसे नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश सल्फर जिंक, आयरन, मैगनीज और कॉपर आदि की जांच की जाती है। जिला की लैंबों में आईसीपी, एएएस, फ्लेम फोटोमीटर, स्पेक्ट्रोफोटो मीटर, ईसीएंडपीएच मीटर सहित मिट्टी जांच से संबंधित सभी उपकरण उपलब्ध है। हमारे अभी तक हर खेत स्वस्थ खेत अभियान के तहत जिला के खंड लोहारू, बहल, सिवानी, तोशाम और बवानी खेड़ा ब्लॉक के लगभग तीन लाख मिट्टी के सैंपल एकत्रित करके लैब में जमा हो चुके हैं, जिनका टेस्टिंग का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने बताया कि लगभग 40 हजार सैंपल की जांच हो चुकी है। अगले स्तर में शेष बचे हुए कैरू और भिवानी खंड के सैंपल उठाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इस दौरान जिला के कृषि विभाग के अधिकारी व कर्मचारी तथा प्रगतिशील किसान, महिला किसान सहित अनेक किसान मौजूद थे।