सलाहकार धर्मपाल ने वार्ड संख्या 10 से 18 निगम पार्षदों के साथ बैठक की, कई गंभीर मुद्दे उठाये, मिला आश्वासन
चंडीगढ़। प्रशासक के सलाहकार धर्मपाल की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई। इसमें वार्ड 10 से 18 तक के पार्षदों के साथ विकास संबंधित मुद्दों पर सलाहकार ने चर्चा की। इस दौरान सलाहकार सरबजीत कौर, होम सेक्रेटरी नितिन कुमार यादव, कमिश्नर अनिंदिता मित्रा, मुख्य वन संरक्षक देवेंद्र दलाई,स्वास्थ्य सचिव यशपाल गर्ग, एसएसपी कुलदीप सिंह चहल के अलावा प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी के अलावा वार्ड नंबर 10 से 18 तक के सभी पार्षद मौजूद रहे।
बैठक के दौरान विकास कार्यों के कई मुद्दों को लेकर चर्चा की गई। साथ स्थानीय निवासियों की जरूरतों को पूरा करने के लिए सामुदायिक केंद्रों और इसके रखरखाव को भी गंभीरता से उठाया गया। इसके अलावा पार्षदों ने उन परियोजनाओं और विकास के मुद्दों को रखा जिन पर प्रशासन को ध्यान देने की आवश्यकता है। सलाहकार को औषधालयों जैसी स्वास्थ्य सुविधाओं के उन्नयन और विभिन्न क्षेत्रों में संपर्क केंद्रों को युक्तिसंगत बनाने की आवश्यकता से भी अवगत कराया गया। विभिन्न सेक्टरों में संपर्क केंद्रों की मांग पर भी प्रकाश डाला गया। इस पर सलाहकार ने उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
सलाहकार धर्मपाल ने प्रत्येक वार्ड में इन मूलभूत सुविधाओं को अपग्रेड करने की आवश्यकता पर बल दिया और अधिकारियों को इस संबंध में समय पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। पार्षदों ने कुछ सेक्टरों में बिजली और केबल के तार लटकने का मुद्दा भी उठाया, जिससे जनता को असुविधाएं हो रही है। जनता की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सलाहकार ने छह महीने के भीतर इस समस्या को हल करने के लिए इंजीनियरिंग विभाग को निर्देश जारी किए।
पार्षदों ने बैठक के दौरान शहर में स्कूलों का रखरखाव पर चिंता व्यक्त किया। इसपर धर्मपाल ने साझा किया कि वह व्यक्तिगत रूप से इस मामले को देख रहे हैं और उन्होंने शिक्षा सचिव को स्कूलों का निरीक्षण जारी रखने और गर्मी की छुट्टी खत्म होने से पहले बुनियादी ढांचे को अपग्रेड करने के लिए निर्देशित किया है। उन्होंने मुख्य वास्तुकार और मुख्य अभियंता को संयुक्त रूप से स्थलों का दौरा करने के लिए भी कहा। शहर विशेष रूप से सेक्टर 15, 35 आदि सेक्टरों में पेइंग गेस्ट की बढ़ती संख्या चुनौतीपूर्ण बताया। इस पर सलाहकार ने पुलिस अधिकारियों को इन परिसरों का निरीक्षण करने और किसी भी उल्लंघन को गंभीरता से लेने का निर्देश दिया है।
जनसंख्या के कई गुना बढ़ जाने के बाद से शहर में पार्किंग की गंभीर समस्या बन गई है। इस पर निर्णय लिया गया कि सेक्टर 35, 22 के अलावा अब सेक्टर 15 में भी पार्किंग नीति की व्यवहार्यता का अध्ययन किया जाएगा। विभिन्न क्षेत्रों में कुत्तों के खतरे पर भी चर्चा की गई। फोरम ने इस मुद्दे से निपटने के विकल्पों पर विचार.विमर्श किया। सलाहकार ने पार्षदों को उनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया और संबंधित विभागों को समय सीमा का पालन करते हुए इस दिशा में तेजी से काम करने का निर्देश दिया।