स्वस्थ एवं खुशहाल रहने के लिए जरूरी है नियमित योग : आचार्य मुकेश
नई दिल्ली । ‘नमो गंगे ट्रस्ट’ द्वारा प्रगति मैदान के हॉल नंबर सात में “अंतराष्ट्रीय स्वास्थ्य एवं कल्याण प्रदर्शनी – द योगशाला एक्सपो-2019” का आयोजन कराया जा रहा है। 10 मई से शुरू हुए इस तीन दिवसीय आयोजन के दूसरे दिन भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे और विशेषज्ञयों द्वारा स्वस्थ रहने के गुर सीखे।
‘नमो गंगे ट्रस्ट’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आचार्य मुकेश ने शनिवार को ‘हिन्दुस्थान समाचार’ से बातचीत करते हुए कहा कि स्वस्थ्य रहने के लिए नियमित योग करते रहना जरूरी है। योग पद्धति को लोगों को बताने व समझाने के लिए नमो गंगे ट्रस्ट लगातार काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट गत वर्षों की भांति इस वर्ष भी तीन दिवसीय “अंतराष्ट्रीय स्वास्थ्य एवं कल्याण प्रदर्शनी – द योगशाला एक्सपो-2019” का आयोजन किया गया है। इसमें “आरोग्य संगोस्ठी-2019” के सांतवे संस्कारण व “द ग्रांड मास्टर ऑफ योगा” के द्वितीय संस्करण का आयोजन शामिल है।
आचार्य मुकेश ने बताया कि लगभग 30 हजार आगंतुकों, 80-100 प्रदर्शकों, 50 से अधिक स्वास्थ्य कार्यशालाओं, नि:शुल्क हेल्थ पवेलियन, ज्ञानवर्धक अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठियों के साथ 50 से अधिक ‘स्वास्थ्य और कल्याण’ से जुड़ी प्रतियोगिताओं और कला प्रदर्शन से युक्त ये प्रदर्शनी एक उत्सव का रूप ले रही हैं। द योगशाला एक्सपो-2019 के चतुर्थ संस्करण में अनेक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय हस्तियां भाग ले रही हैं। आचार्य मुकेश ने कहा कि द योगशाला एक्सपो-2019 का मूल उद्देश्य देश और दुनिया को योग, आयुर्वेद संस्कृति के साथ-साथ लोगों को प्राचीन चिकित्सा पद्धतियों से जोड़ना है। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट का उद्देश्य है कि लोग प्राचीन चिकित्सा पद्धति को अपनाएं और ‘स्वस्थ भारत अभियान’ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं और स्वस्थ्य रहें ।
आचार्य मुकेश ने कहा कि इस प्रदर्शनी में ‘स्वास्थ्य एवं जन कल्याण’ क्षेत्र से जुड़ी हुई कम्पनियां एवं वैज्ञानिक शोधकर्तायों को आमंत्रित किया गया है। योग, आयुर्वेदिक, हर्बल औषधियों, जड़ी बूटियों एवं स्वास्थ्यवर्धक उत्पादों का निर्माण करने वाली कम्पनियां यहां स्टॉल लगाकर अपने उत्पादों के विक्रय हेतु प्रस्तुत कर रही हैं। इसके अतिरिक्त प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति जैसे योग व आयुर्वेद, सिद्धा, यूनानी, होमियोपैथी, एक्यूप्रेशर, जल चिकित्सा, प्राकृतिक चिकित्सा, सूर्य चिकित्सा, मंत्र चिकित्सा, स्पर्श चिकित्सा, पंचकर्म चिकित्सा एवं सम्मोहन जैसी उपचार पद्धतियों के नि:शुल्क शिविर भी लगाए गए हैं।
आचार्य ने कहा कि पंजाब, हरयाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र जैसे राज्य इस प्रदर्शनी का हिस्सा हैं। इस प्रदर्शनी का आयोजन भारत सरकार की मिनिस्ट्री ऑफ आयुष के सहयोग से कराया जा रहा है।