हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता ने सर्वश्रेष्ठ ग्राम पुरस्कार योजना के तहत गांव बरवाला की दसवीं की तीन मेधावी छात्राओं को 1.50 लाख रुपये की इनाम राशि देकर किया सम्मानित
गांव बरवाला को 5 हजार या इससे अधिक जनसंख्या वाले गांवों में उच्चतम लिंगानुपात के लिये सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार योजना के लिये चुना गया
-वर्तमान राज्य सरकार ने बेटियों की शिक्षा व सुरक्षा के लिये उठाये है अहम कदम
-पीएचसी बरवाला को शीघ्र ही 50 बैड के अस्पताल के रूप में किया जायेगा अपग्रेड
पंचकूला। हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता ने आज बतौड़ स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बरवाला में पीसीपीएनडीटी के तहत सर्वश्रेष्ठ ग्राम पुरस्कार योजना के अंतर्गत 5 हजार या इससे अधिक जनसंख्या वाले गांवों में उच्चतम लिंगानुपात के लिये चुने गये गांव बरवाला की राजकीय कन्या विद्यालय की दसवीं की तीन मेधावी छात्राओं को 1.50 लाख रुपये की राशि देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर नगर निगम महापौर श्री कुलभूषण गोयल व सिविल सर्जन डाॅ मुक्ता कुमार भी उपस्थित थे। इससे पूर्व श्री गुप्ता ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का दौरा किया और वहां उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया।
बरवाला की तीन मेधावी छात्राओं को पुरस्कार राशि देकर किया सम्मानित
श्री गुप्ता ने जिन तीन छात्राओ ंको सम्मानित किया,उसमें 97.2 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाली शुभा, 96.4 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाली प्रिंयका तथा 96.2 प्रतिशत अंक हासिल करने वाली श्रद्धा शामिल है। प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली इन छात्राओं को इनाम राशि 50 प्रतिशत, 30 प्रतिशत व 20 प्रतिशत के अनुपात में दी गई।
सर्वश्रेष्ठ ग्राम पुरस्कार योजना का मुख्य उद्देश्य जन्म के समय लिंगानुपात में अधिकतम सुधार लाना
श्री गुप्ता ने बताया कि पीसीपीएनडीटी के तहत सर्वश्रेष्ठ ग्राम पुरस्कार योजना का मुख्य उद्देश्य जन्म के समय लिंगानुपात में अधिकतम सुधार लाना, कन्या भू्रण हत्या पर अंकुश लगाना और राजकीय स्कूलों की छात्राओं को सशक्त बनाना और प्रोत्साहित करना है। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत पुरस्कार राशि जिले में सबसे अधिक लिंगानुपात वाले 5 हजार व उससे अधिक जनसंख्या वाले गांव की तीन मेधावी छात्राओं को प्रदान की जाती है। गांव बरवाला का लिंगानुपात जिलें में सबसे अधिक 1080 दर्ज किया गया है।
पंचकूला का लिंगानुपात 934 है जोकि प्रदेश के औसत लिंगानुपात से अधिक
इस अवसर पर पुरस्कार प्राप्त करने वाली छात्राओं को बधाई व शुभकामनायें देते हुये श्री गुप्ता ने कहा कि आज बेटियां बेटो से किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। बेटियों को यदि पढ़ने के लिये अच्छा वातावरण मिले तो वो किसी भी मुकाम को हासिल कर सकती है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 में जब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने पानीपत से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरूआत की थी। उस समय हरियाणा का लिंगानुपात केवल 834 था। हरियाणा सरकार ने जनता के सहयोग से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को प्रभावी तरीके से लागू किया, जिसके परिणामस्वरूप हरियाणा का लिंगानुपात आज बढ़कर 920 पंहुच गया है। उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि पंचकूला का लिंगानुपात 934 है जोकि प्रदेश के औसत लिंगानुपात से अधिक है।