हर महीने पंचायतों में चल रहे विकास कार्यों की करें मॉनीटरिंग: डॉ.निुपण जिंदल

डीसी ने की विकास खंडों में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा

लंबित कार्यों को समय पर पूरा करने के दिए निर्देश
धर्मशाला । उपायुक्त डॉ.निपुण जिंदल की अध्यक्षता में आज कांगड़ा जिला के समस्त विकास खंडों में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा को लेकर उपायुक्त कार्यालय के सभागार में बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला के सभी खंड विकास अधिकारियों, डीआरडीए, पंचायती राज, योजना विभाग के अधिकारियों ने भाग लिया।
  उपायुक्त ने सभी विकास खंड अधिकारियों को निर्देश दिये की वे हर महीने पंचायतों में चल चल रहे विकास कार्यों की मॉनीटरिंग करें तथा लम्बित कार्यों को गति प्रदान कर निर्धारित अवधि में पूरा करवाना सुनिश्चित करें।
उपायुक्त ने कहा कि जिन विकास कार्यों के लिए धनराशि स्वीकृत हुई है और अभी तक कार्य आरंभ नहीं हुए हैं उस धनराशि को अन्य कार्यों के लिए उपयोग में लाए जाने  के लिए आवश्यक कार्रवाई करें ताकि लोगों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा सकें। उन्होंने कहा कि सभी योजनाओं के तहत निर्धारित लक्ष्यों को हासिल करने के लिए भी तत्परता के साथ कार्य करें।
  उपायुक्त ने मनरेगा कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि ग्रामीण विकास में मनरेगा का अहम योगदान है तथा मनरेगा के तहत चल रहे कार्यों का सुचारू मॉनिटरिंग भी सुनिश्चित की जाए, कार्यों की गुणवत्ता का भी विशेष ध्यान रखा जाए।
बैठक में मुख्यमंत्री एक बीघा योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका योजना, स्वच्छ भारत अभियान(ग्रामीण), पंचवटी पार्कों, मुख्यमंत्री लोक भवन योजना, मोक्ष धाम, पशुधन पुरस्कार योजना, गौ सदनों के निर्माण, सफलता की कहानियां, राष्ट्रीय ग्राम स्वराज योजना के तहत कॉमन सर्विस सेंटरों के निर्माण, मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाईन में शिकायतों के निपटान, वॉटर शैड योजना, पंचायत घरों, सामुदाियक भवनों के निर्माण, ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन, बैंक सखी-उद्योग सखी, मॉडल स्कूल, हिम ईरा शॉप, कृषि सखी-पशु सखी, एक साल पांच काम, कैच दी रैन, तथा मुख्यमंत्री ग्राम कौशल योजना अन्तर्गत किये जा रहे कार्यों की प्रगति की भी समीक्षा की गई।
  उपायुक्त ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत जिले में महिलाओं को स्वरोजगार अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने एवं आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य के साथ स्वयं सहायता समूहों के गठन पर बल दिया। ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों को पंचायत स्तर पर समग्र मनरेगा पर विशेष फोक्स करने को कहा ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग लाभान्वित हो सकें।
  उपायुक्त ने पंचायतों में विकास कार्यों के लिए आवंटित धनराशि का सदुपयोग करने पर बल दिया। उन्होंने 14वें और 15वें वित्तायोग के माध्यम से प्राप्त धनराशि के बारे में जानकारी ली।
उपायुक्त ने बैठक में योजना विभाग व पंचायती राज विभाग से जुड़े विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा भी की और कार्यों को गति देने को लेकर जरूरी दिशा-निर्देश दिये।
  इस अवसर एडीसी राहुल कुमार, परियोजना अधिकारी डीआरडीए सोनू गोयल, जिला योजना अधिकारी आलोक धवन, जिला पंचायत अधिकारी अश्वनी शर्मा सहित सभी विकास खंडों के खंड विकास अधिकारी उपस्थित थे।

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