धर्मशाला। भाषा संस्कृति विभाग जिला कांगडा द्वारा आज पहाडी गांधी बाबा कांशी राम को समर्पित लघु नाटक, सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा पहाडी कवि सम्मेलन का आयोजन पहाडी बाबा कांशी राम के पैतृक निवास स्थान गुरनवाड में किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ प्रदीप प्रज्वलित करके किया गया। कार्यक्रम के मुख्यतिथि रविकान्त शर्मा व डा0 प्रत्यूष गुलेरी कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डा0 गोैतम व्यथित शर्मा ने की। कार्यक्रम के शुभारम्भ में भागसू कला मंच र्धमशाला ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से लोगों का मनोरजन किया। उन्होनें वाबा काशी राम के जीवन के पलो को गीतो के माध्यम से प्रस्तुत किया। उसके पश्चात पहाडी कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ जिसमें विभिन्न साहित्यकारो/कवियों द्वारा पहाडी भाषा में अपनी रचानाएं/कविताएं प्रस्तुत की जिसमें नन्द किशोर की कविता ‘‘लोग गलादें सच्च मेरे भाई़़’’ वीडे  वडे कपीडे हुन्दे। अक्ख जरा नी लाणा दिदें ।। राती सुपनै च सुमदे वीडे। से अपने विचार व्यक्त किए। श्री विशाल सिंह ने अपनी कविता के चन्द वोल यूं प््रास्तुत किए ‘‘तेरे वाजी स्टेजा कियंा चलना मित्रा प्रोगाम सरकारी है तू कियंा पढना मित्रा’’। कार्यक्रम के तीसरे चरण में संास्कृतिक, समाजिक सांझा मंच द्वारा पहाडी गांधी बाबा कांशी के रूप स्वतन्त्रता के आन्दोलन में सहयोग व उनके जीवन काल तथ्यों पर व उनके स्वतन्त्रता संघर्ष पर लघु नाटक का मंचन किया। कार्यक्रम के अंत में अपने भाषण में रविकान्त शर्मा तथा विनोद शर्मा ने अपने विचार रखते हुए इस आयोजन के लिए भाषा विभाग का आभार प्रकट किया। जिला भाषा अधिकारी सुरेश राणा ने कार्यक्रम को सफल वनाने के लिए सभी का धन्यवाद किया।

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