दो दिवसीय ऑर्थो कैंप में 150 मरीजों की जांच की गई
चंडीगढ़ । आईवी अस्पताल में आयोजित दो दिवसीय नि:शुल्क ऑर्थो कैंप में 150 से अधिक रोगियों की जांच की गई। कैंप के दौरान अस्पताल में आर्थोपेडिक व ज्वाइंट रिप्लेसमेंट के डायरेक्टर,डॉ भानु प्रताप सिंह सलूजा के नेतृत्व में डॉक्टरों की एक टीम द्वारा परामर्श और जांच प्रदान की गई।
डॉ भानु बताते हैं कि हड्डियों में कैल्शियम की कमी हो जाने से वो कमजोर हो जाती है और जरा सा आघात पड़ते ही फ्रैक्चर हो जाता है। बुज़ुर्गों में कूल्हे के फ्रैक्चर की समस्या बढ़ जाती है। जरा सा गिरे या बाथरूम में फिसले तो खतरनाक फ्रैक्चर हो जाता है।
डॉ भानु ने आगे बताया कि दरअसल हड्डियों में जब कैल्शियम की कमी हो जाती है तो वो कमजोर और खोखली होने लगती हैं, ऐसे में जरा सा दबाव पड़ते ही वे टूट जाती है। इस परेशानी से बचने के लिए हड्डियों में कैल्शियम की जांच करानी चाहिए, इससे पता चलता है कि हड्डी कितनी कमजोर हो गई है और इलाज का तरीका क्या होगा।
उन्होंने कहा कि हड्डियों में कैल्शियम की जांच में जब पता चलता है कि हड्डी कमजोर है तो कैल्शियम की दवाई देकर उपचार किया जाता है। कई बार किसी हार्मोन की कमी के कारण भी यह समस्या हो जाती है। अत्याधुनिक तकनीक में आर्टिफिशियल पैराथाइराइड हार्मोन के इंजेक्शन लगाए जाते हैं, इससे कैल्शियम और जरूरी हार्मोन की पूर्ति हो जाती है। बार-बार फ्रैक्चर होने की समस्या से पीडि़त व्यक्ति को सहारे के साथ चलने के अलावा कूल्हे की सुरक्षा के लिए हिप पेंडिंग लगाए रहना चाहिए।