स्टेट बोर्ड फॉर वाइल्डलाइफ की बैठक आयोजित, प्रशासक ने कई दिशा निर्देश जारी किए

चंडीगढ। स्टेट बोर्ड फॉर वाइल्डलाइफ की बैठक प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित की अध्यक्षता में सेक्टर-9 स्थित सचिवालय में हुई। इसमें अधिकारियों के अलावा भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून के प्रतिनिधि, भारतीय वनस्पति सर्वेक्षण भारतीय प्राणी सर्वेक्षण और गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। बैठक में मुख्य वन संरक्षक देवेंद्र दलाई ने चंडीगढ़ में वन और वन्य जीवन के परिदृश्य पर एक संक्षिप्त प्रस्तुति दी। यूटी चंडीगढ़ ने अपनी हरियाली और वन्य जीवन को कैसे संरक्षित किया है। इस पर प्रकाश डालते हुए दलाई ने बताया कि शहर की हरियाली लगातर बढ़ रही है। नवीनतम सरकारी रिपोर्ट के अनुसार 50 प्रतिशत को पार कर गया है। दो वन्यजीव अभ्यारण्यों की प्रमुख जीव विविधता पर भी प्रकाश डाला गया।
प्रशासक पुरोहित पंजाब ने शहर की हरित संपदा को संरक्षित करने के लिए वन विभाग के प्रयास और प्रतिबद्धता की सराहना की। सलाहकार धरमपाल, होम सेक्रेटरी नितिन कुमार यादव, आईएएसए सचिव वनए यूटी चंडीगढ़ ने भी शहर के वन और हरित आवरण को बढ़ाने के लिए विभाग द्वारा किए गए निरंतर और प्रतिबद्ध प्रयासों पर जोर दिया।
बैठक के दौरान आईटी पार्क में आवास योजना परियोजना के लिए चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड के प्रस्ताव पर भी विस्तृत चर्चा हुई। इसके बाद बोर्ड ने सर्वसम्मति से परियोजना के लिए आवश्यक वन्यजीव मंजूरी जारी करने के लिए राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड एनबीडब्ल्यूएल को प्रस्ताव अग्रेषित करने पर सहमति व्यक्त की। प्रशासन में सुगमता की दिशा में एक बड़े कदम के रूप में बोर्ड ने मामूली परमिट शुल्क के भुगतान पर आगंतुक को सुखना वन्यजीव अभयारण्य में ऑनलाइन जाने के लिए परमिट जारी करने का संकल्प लिया। बोर्ड ने चंडीगढ़ के विभिन्न वन क्षेत्रों में एक सप्ताह में विशिष्ट दिनों पर एक ईको टूर बस सेवा शुरू करने का भी संकल्प लिया है ताकि आम जनता निर्धारित शुल्क के भुगतान पर इसका लाभ उठाकर विभिन्न वन क्षेत्रों को देख सके।

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