हरियाली तीज के लोकगीतों में झलकी हरियाणवी संस्कृति की झलक

तीज उत्सव पर चढ़ाई पींग और चखा गुलगुलों का स्वाद
भिवानी/लोहारू/सिवानी रविवार को जिले में दो दिवसीय तीजोत्सव के दूसरे दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही। इस दौरान महिलाओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियों के बीच महोत्सव का आनंद लिया। महिलाओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति करके सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा महिला स्वयं सहायता समूह के सदस्यों, महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग व पंचायत विभाग के सहयोग से जिले में उपमंडल स्तर पर सबंधित उपमंडल के अंतर्गत एक गांव में तीज महोत्सव मनाया। भिवानी उपमंडल में गांव ढाणा नरसान के राजकीय उच्च विद्यालय में, लोहारू उपमंडल के गांव कुडल के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय व सिवानी उपमंडल के गांव मिठ्ठी के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में उपमंडल स्तरीय तीज महोत्सव मनाया गया। महोत्सव में हथकरघा तथा घरेलू निर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई गई।
महोत्सव में महिलाओं ने अपने समूह के उत्पादन पापड़, अचार, मंगोड़ी, खिलौने, मुड्डे, दरियां, चूडिय़ां, माला इत्यादि का प्रदर्शन किया। कुछ ने बर्फी, लड्डïू जलेबी, चाट-पकौड़ी इत्यादि मिठाईयां व नमकीन बनाईं। महिलाओं ने इस मौके पर लोकगीतों पर जमकर नृत्य किया। प्रोग्राम में महिलाओं ने जमकर डांस किया, कार्यक्रम में हरियाणवी वेशभूषा में महिलाओं ने पींग पर झूला झूला।
भिवानी उपमंडल के गांव ढाणा नरसान में आयोजित तीज महोत्सव में डीडीपीओ आशीश मान ने कहा कि तीज त्यौहार हमारी संस्कृति की विरासत हैं, जिन्हें सहेजकर रखना हम सबकी सांझी जिम्मेदारी है। तीज त्यौहार महिला सशक्तिकरण को भी बढ़ावा देते हैं। त्यौहार हमारी संस्कृति का मजबूत आधार हैं, सामाजिक और नैतिक मूल्यों को प्रदर्शित और परिभाषित करते ऐसे त्यौहारों से हमें समाज सेवा और राष्ट्र भक्ति के साथ-साथ महिला सशक्तिकरण की सीख लेकर सेवा और समर्पण के कार्य को आगे बढ़ाने की जरूरत है। इस अवसर पर बीडीपीओ सोमबीर कादयान उपस्थित रहे।
लोहारू उपमंडल के गांव कुडल में आयोजित कार्यक्रम में बीडीपीओ रेणूलता यादव ने कहा कि अपनी संस्कृति और त्योहारों को सहेजने के लिए सामूहिक प्रयास करने होंगे। हम सब सदा से ही अपने त्यौहारों को वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ मनाते आए हैं।प्रासंगिकता का यही कारण है। सबसे बड़ी बात कि त्योहार परिवार-समाज को जोडऩे का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि भौतिकवाद, एकल परिवारों के चलन के कारण संस्कृति से अलग होते जा रहे हैं। हरियाली तीज के दिन महिलाएं पेड़ों पर झूला झूलती थी,आज वृक्षों की कमी के कारण ऐसा नहीं हो रहा है। हमें पौधारोपण पर भी फोकस करना होगा।
सिवानी उपमंडल के गांव मिठ्ठी में आयोजित तीज महोत्सव में जिला कार्यक्रम प्रबंधक वीरेंद्र कुमार ने कहा कि हरियाणा तीज त्योहारों का प्रदेश है। हमारी लोक कला एवं संस्कृति, त्योहार, रीति रिवाज सबसे निराले हैं। हमारे तीज त्योहार हमें आपसी भाईचारा एवं प्रेम के साथ एकता का संदेश देते हैं।
उपमंडल स्तरीय तीज महोत्सव में महिला एवं बाल विकास विभाग से आंगनवाड़ी वर्कर, ग्रामीण महिलाएं, छात्राएं उपस्थित रही।

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