पीएनडीटी एक्ट पर कार्यशाला आयोजित

भिवानी। पीसी-पीएनडीटी एक्ट 1994 व पीएनडीटी रूल 1996 के राज्य नोडल अधिकारी डॉ. गिरधारी लाल सिंगल की अध्यक्षता में स्थानीय क्राउन प्लाजा भवन में स्थित एक निजी रेस्टोरेंट में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में उपस्थित सभी चिकित्सकों, महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों तथा सामाजिक कार्यकत्र्ताओं को पीएनडीटी एक्ट के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए डॉ. गिरधारी लाल सिंगल ने कहा कि सरकार द्वारा लिगांनुपात सुधारने एवं अवैध गर्भपात पर प्रतिबंध लगाने के मद्देनजर पीसी-पीएनडीटी एक्ट 1994 व पीएनडीटी रूल 1996 बनाया गया था। स्वास्थ्य विभाग व अन्य विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को टक्रोलोजी के दुरूपयोग करने से रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने होंगे। उन्होंने ने कहा कि एमटीपी एक्ट को और प्रभावी बनाने के लिए इसमें कुछ अमेंडमेंट किए गए है, इनके अनुसार कोई भी बीएमएस या आरएमपी चिकित्सक एमटीपी नहीं कर सकता है और ना ही इसकी दवाई दे सकते हैं। यदि कोई ऐसा करने का दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि निजी अस्पतालों में सैक्स-डीटरमीनेशन तकनीक के प्रयोग को रोकने के लिए समय-समय पर छापामारी करनी चाहिए। इसके साथ-साथ दूर-दराज के इलाकों में यदि इस तरह की गतिविधियों की जानकारी प्राप्त होती है तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रघुवीर शांडिल्य ने कहा कि जिला में यदि कोई व्यक्ति या चिकित्सक अवैध एमटीपी करते हुए पाया गया या एमटीपी कीट बेचता पाया जाता है तो उसे बख्शा नहीं जाएगा और उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। विभाग द्वारा जिला में लिगांनुपात सुधार के लिए कार्यशालाओं के आयोजन के साथ-साथ आशा वर्कर के माध्यम से भी जागरूक किया जाए। उन्होंंने बताया कि जिला में यदि कोई व्यक्ति विभाग को अवैध लिगं जांच की सूचना देता है तो उसे विभाग की तरफ से एक लाख रूपए की राशि दी जाती है। सूचना देने वाले का नाम भी गुप्त रखा जाता है। कोई भी व्यक्ति अपने क्षेत्र में अवैध लिगं जांच की सूचना डिप्टी सीएस एवं पीएनडीटी एक्ट के जिला नोडल अधिकारी डॉ. कृष्ण कुमार को उनके मोबाईल नंबर 7056065525 पर दे सकता है।
इस अवसर पर पीएमओ डॉ. एडवीन, डॉ. अनीता कत्याल, डॉ. कमल भारद्वाज, डॉ. गाबा, डॉ. वंदना पूनिया, सहित अन्य भी उपस्थित थे।

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