साइकिल रैली के जरिए कश्मीर घाटी में अमन का पैगाम देंगी महिलाएं
चंडीगढ़। कश्मीर में बारामूला से उरी के कमान अमन सेतु तक शहर की तकरीबन 25 महिलाएंँ 11 सितंबर को साइकिल रैली के जरिए कश्मीर घाटी में अमन का पैगाम देंगी । यह महिलाएँ चंडीगढ़ के लोकल ग्रुप” साइकिलगिरी” से जुड़ी हुई है जो शहर में साइकिल को बढ़ावा देने के लिए कार्यरत है।
कश्मीर घाटी में नारी सशक्तिकरण और अमन का पैगाम लेकर चलने वाली यह महिलाएं पेशे से डॉक्टर, शिक्षिका, मल्टीनेशनल कंपनी में कार्यरत, और गृहणियाँ है । यह महिलाएँ रक्षा मंत्रालय की ओर से कश्मीर में बारामूला से कमान अमन पोस्ट तक आयोजित 65 किलोमीटर लंबी साइकिल रैली में हिस्सा हिस्सा लेंगी। इस साइकिल रैली का उद्देश्य कश्मीर की महिलाओं को सशक्त करना और इस बात को बढावा देना कि कश्मीर भी महिलाओं के लिए सुरक्षित है ।
कश्मीर में झेलम के किनारे, प्रकृति के सुरम्य वातावरण में , साइकिलिंग करना अपने आप में ही एक अद्भुत अनुभव होगा।
चंडीगढ़ की साइकिलगिरी ग्रुप की यह महिलाएंँ, अमन और चैन के पैगाम के साथ-साथ यह भी बताना चाहती हैं कि साइकिलिंग सेहत और वातावरण दोनों के लिए लाभदायक है। “साइकिलगिरी” की संस्थापक डॉ सुनैना, चंडीगढ़ में साइकिल को बढ़ावा देती है। इस रैली में भाग लेने वाली महिलाएंँ रेगुलर साइकिलिंग करती है और कुछ नए लोग भी हैं । सभी बारामूला से उरी साइकिलिंग करने के लिए जोश और उत्साह से भरपूर हैं ।
चंडीगढ़ से 25 महिलाओं का यह समूह 10 सितंबर को सुबह एयरपोर्ट से श्रीनगर के लिए रवाना होगा। वहां इंडियन आर्मी के प्रतिनिधि इनकी अगवानी करेंगे। इसके बाद 11 सितंबर को राइड कश्मीर साइकिल रैली2022 में सब हिस्सा लेंगी । इन महिलाओं को साइकिल रक्षा मंत्रालय की ओर से प्रदान की जाएंँगी । इनके रहने और खाने पीने की व्यवस्था इंडियन आर्मी के द्वारा की जा रही है। सच में, यह इंडियन आर्मी के द्वारा एक बहुत ही सुंदर प्रयास है भारतीय महिलाओं के सशक्तिकरण और घाटी में अमन-चैन के पैगाम का!!