यमुनानगर सचिवालय पर गिरफ्तारियां देने पहुंचे किसान,

प्रशासन के खिलाफ जमकर दिखाया रोष
चंडीगढ़। जगमग योजना के विरोध में किसान के खिलाफ दर्ज हुए मामले में आज भारतीय किसान यूनियन राकेश टिकैत गुट से जुड़े किसान गिरफ्तारी देने के लिए पहुंचे।
किसानों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और जिला सचिवालय के गेट पर ही धरने पर बैठ गए। लेकिन गिरफ्तारी देने आए किसानों को जिला पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया। इसके बाद भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष ने शिक्षा मंत्री के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं मौके पर पहुंचे डीएसपी ने 15 दिन का आश्वासन देकर किसानों पर दर्ज मामले रद्द करने की बात कही। इसके बाद किसानों ने अपने धरने को स्थगित किया।

यमुनानगर के लघु सचिवालय पर सोमवार को भारतीय किसान यूनियन राकेश टिकैत गुड से जुड़े किसान जिले के गांव सलेमपुर बांगर में किसान पर दर्ज हुए मामलों के विरोध में गिरफ्तारी देने पहुंचे थे। सचिवालय के गेट पर इस दौरान किसानों ने जोरदार प्रदर्शन किया। यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष रतन मान ने कहा कि यमुनानगर के गांव सलेमपुर बांगर में जगमग योजना के विरोध में बिजली बोर्ड ने गांव के किसानों पर मुकदमा दर्ज किया था। इससे पहले भी इस मामले में जिला सचिवालय में प्रदर्शन किया गया था और एसई बिजली बोर्ड से भी बातचीत हुई थी और उस मामले में समझौता हो गया था। लेकिन शिक्षा मंत्री ने इस मामले में प्रशासन के ऊपर दबाव बनाया और किसान पर मामला दर्ज करवाया गया। इसके विरोध में आज हम जिला सचिवालय पर पहुंचकर प्रदर्शन कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि हमने रणनीति बनाई थी कि 19 सितंबर से लेकर रोजाना 11 किसान अपनी गिरफ्तारियां देंगे और आज भी हम अपनी गिरफ्तारियां देने के लिए ही आए थे, लेकिन प्रशासन ने हमें गिरफ्तार नहीं किया। पुलिस प्रशासन किसानों के आगे बेबस नजर आया। हालांकि डीएसपी किसानों के बीच पहुंचे और 15 दिन में किसान पर दर्ज हुए मामले को रद्द करने की बात कही। उनके आश्वासन के बाद हमने अपना आंदोलन स्थगित किया है। अगर 15 दिन के अंदर किसानों पर दर्ज हुए मामले को वापस नहीं किया गया तो आने वाले समय में किसान आंदोलन करेंगे।

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