दिव्यांग, मूक-बधिर, मानसिक बच्चों के लिए उनके शिक्षकों व परिवारिक सदस्यों को कानून जागरूकता की विस्तार से जानकारी दी
भिवानी। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के चेयरमैन व जिला एवं सत्र न्यायाधीश दीपक अग्रवाल के निर्देशानुसार प्राधिकरण के सचिव व मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी कपिल राठी के मार्गदर्शन में रविवार को विश्व बधिर दिवस के अवसर पर आस्था स्पेशल स्कूल और आदर्श पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट भिवानी के बधिर बच्चों के सम्मानित जीवन के अधिकार के प्रति जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
इसमें प्राधिकरण की तरफ से मुख्य वक्ता पैनल एडवोकेट बबली पंवार ने दिव्यांग मूक बधिर मानसिक बच्चों की जागरूकता हेतु उनके शिक्षकों व पारिवारिक सदस्यों को महत्वपूर्ण जानकारी विस्तार से दी। उन्होने अक्षरों, संख्याओं और बुनियादी बातचीत सहित सांकेतिक भाषा का उपयोग करके बधिर बच्चों के साथ बातचीत करने की मूल बारे समझाने के प्रति जागरूक किया। उन्होने सकारात्मक सुझाव दिए कि हमें कैसे बातचीत करनी चाहिए और बच्चों को विभिन्न संकेतों और प्रदर्शनों के माध्यम से गतिविधियों को समझने में मदद करनी चाहिए।
पैनल अधिवक्ता ने कहा कि हमें हर पुरुष और महिला के सम्मानित जीवन के अधिकार को सुरक्षित रखने का प्रयास करना चाहिए। हमें सिर्फ कुछ ज़रूरतों को पूरा कर संतुष्ट हो जाना नहीं है, लेकिन इससे भी बढ़कर किसी की व्यक्तिगत इच्छा का स्वागत करना और स्वतंत्र रूप से मान्यता प्राप्त जीवन जीने हेतु सक्षम बनाना है। आस्था स्पेशल स्कूल की प्रधानाचार्य सुमन शर्मा ने मूक बधिर बच्चों को कैसे विभिन्न संकेतों के माध्यम से समझाया। बच्चो ने नाटक व गीतों के माध्यम से सबका मन जीत लिया।
इस अवसर पर प्राधिकरण के पीएलवी वीरेंद्र सिंह, राजेश बिष्ट, सक्षम युवा संतोष, आस्था स्पेशल स्कूल संचालक विजय शर्मा, प्रधानाचार्य सुमन शर्मा, आदर्श पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर डॉ. राजेश श्योरण, संचालक चंदन मिश्रा, सचिव सरिता श्योरण व दोनों स्पेशल स्कूलों का स्टाफ सहित मूक-बधिर बच्चो के परिजन मौजूद रहे।