जमीन अधिगृहण का मुआवजा न मिलने पर किसानों ने रोका अंबाला-शामली एक्सप्रेस-वे का काम
चंडीगढ़। अबाला-शामली एक्सप्रेस-वे के काम में किसानों ने रोड़ा डाल दिया है। जमीन अधिगृहण करने के बाद बिना मुआवजा के काम शुरू करने पर किसानों ने काम रुकवा दिया और अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है।
गांव रत्नहेड़ी में बुधवार भारतीय किसान यूनियन के नेताओं संग किसानों ने धरने पर बैठकर जमकर नारेबाजी की और मुआवजे की मांग उठाई। भाकियू के जिला प्रधान मलकीत सिंह ने कहा कि सरकार ने एक्सप्रेस-वे के लिए सपेड़ा, रत्नहेड़ी, सापरा समेत कई गांवों से किसानों की भूमि अधिगृहित की है। काम शुरू होने से पहले भुगतान करने की बात कही थी। प्रति एकड़ करीब 62 लाख रुपये कीमत लगाई गई थी। सरकार ने बिना भुगतान के ही काम शुरू करवा दिया। यह सरासर गलत है। इससे किसानों में रोष है। जब तक उन्हें मुआवजा नहीं दिया जाता, वह काम शुरू नहीं होने देंगे। रोजाना सुबह नौ से शाम छह बजे तक किसान धरने पर बैठकर रोष जताएंगे। उल्लेखनीय है कि यह एक्सप्रेस-वे भारतमाला परियोजना के तहत बनाया जा रहा है। अंबाला-चंडीगढ़ रोड से शामली तक इसकी लंबाई 110 किलोमीटर होगी। यह अंबाला सिटी के गांव सद्दोपुर में अंबाला-चंडीगढ़ रोड से अंबाला कैंट में पंजोखरा माइनर से होते हुए साहा व बराड़ा कस्बे के गांवों से होकर गुजरेगा।इसके अलावा छावनी में रामगढ़ उर्फ शरीफपुर, साहबपुर, रत्नहेड़ी, पिलखनी, कपूरी, भीलपुरा, खुड्डी गांवों से गुजरेगा। इसके अलावा साहा कस्बे में गांव मिट्ठापुर, समलेहड़ी, तेपला, हरयोली, हरड़ा, रामपुर, घसीटपुर, टोबा, हेमा माजरा, पपलौथा, कालपी, नौहनी, मौजगढ़, राजौली, केसरी, छपरा, शेरगढ़, हरड़ी, अकबरपुर, धुराला, फुलेलमाजरा, खारूखेड़ा से गुजरेगा। वहीं बराड़ा के गांव अलावलपुर, फोक्सा, मनू माजरा, तलहेड़ी रंगरान, थंबड़, कामस, अधोया हिंदवान, कंबासी, तंदवाली, अधोया मुसलमान, अधोई, दहिया माजरा, बराड़ा, सज्जन माजरी, दादुपुर, चहल माजरा, सरकपुर, रजौली, राजोखेड़ी, तंदवाल, पट्टी बघेरू व घेलड़ी से होकर गुजरेगा। यह एक्सप्रेस-वे अंबाला, कुरुक्षेत्र, करनाल व यमुनानगर से सहारनपुर व शामली जिले को आपस में जोड़ेगा।
मोहड़ा अनाज मंडी में 24 नवंबर की रैली को लेकर बुलाई बैठक
भारतीय किसान यूनियन (चढूनी ग्रुप) के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी के आह्वान पर अंबाला की मोहड़ा अनाज मंडी में 24 नवंबर को किसानों की रैली होगी। इसको लेकर जिला प्रधान मलकीत सिंह ने अनाजमंडी में जाकर साथी किसानों से बैठक कर तैयारियों को लेकर बातचीत की। साथ ही तैयारियों का भी जायजा लिया। मलकीत सिंह ने कहा कि सरकार को किसानों की मांगों को मानना चाहिए और किसानों के दर्ज मामलों को वापस लेना चाहिए।