कोविड के बावजूद तय सीमा में रखा ऋण
वित्त प्रबंधन एवं बजट कार्यक्रम में पहुंचे सीएम मनोहर लाल
चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल सोमवार को राज्यों के वित्त प्रबंधन एवं बजट कार्यक्रम में पहुंचे। इस दौरान मनोहर लाल ने कहा कि पिछले 3 साल से वित्त मंत्री के तौर पर बजट के अनछुए पहलू जानने का मौका मिला।बजट हमारी आय और खर्च को ध्यान में रखकर बनाया जाता है। उन्होंने कहा कि कोविड के बावजूद हमने तय सीमा में ही ऋण रखा। पिछले सालों में हमने कई प्रयोग किए। हमने बजट से पहले चर्चा शुरू की। बजट तैयार करने से पहले सदस्यों द्वारा मांग आए तो उन्हें बजट में समाहित करने की कोशिश करेंगे। सीएम ने कहा कि प्रति व्यक्ति आय में बड़े राज्यों में हरियाणा नंबर वन है, आने वाले वक्त में बजट व्यवस्था और भी सुदृढ करेंगे।
सीएम ने कहा कि कोविड के कारण कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ा, लेकिन हरियाणा ने कुल जीएसडीपी का साढ़े तीन प्रतिशत से अधिक ऋण नहीं लिया। हरियाणा की आर्थिक स्थिति अन्य राज्यों से बहुत बेहतर है। सीएम ने कहा कि विधायकों के पास अभी तीन माह का समय है, वे अपने-अपने क्षेत्र की डिमांड रखें, ताकि उन डिमांड के लिए बजट में राशि का प्रावधान किया जा सके।
बजट बनने के बाद विधायकों की मांगों को बजट में समायोजित करना कठिन होता है। सीएम ने कहा कि अगली बार का बजट सेवा, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, ग्राम विकास और स्वच्छता पर आधारित होगा।विधायकों से मिले सुझावों को बजट में समाहित करेंगे। सरकार और विधानसभा की तरफ से हर बार बजट को लेकर नए प्रयोग किए जाते हैं। विधायकों को ट्रेनिंग देना विधानसभा का अच्छा और नया प्रयोग है। ऐसे सेशन बजट के सभी पहलुओं से परिचय कराते हैं। हरियाणा वित्तीय प्रबंधन में सभी राज्यों से अच्छी स्थिति में है। कोविड के चलते जीएसडीपी के पांच फीसदी तक की सीमा केंद्र की तरफ से रखी गई है। इसके बावजूद हमने कर्ज तय सीमा से ज्यादा नहीं बढ़ने दिया। हरियाणा दूसरे राज्यों से ज्यादा सेवाएं दे रहा है। चिरायु हरियाणा का लाभ अब 27 लाख परिवारों को मिल रहा है।