ठंड से बचाव के लिए सावधानी बरते जिलावासी – डीसी
-प्रशासन ने ठंड से बचाव के लिए जिलावासियों के लिए जारी की एडवाइजरी
-रैन बसेरों में व्यापक सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को दिए निर्देश
भिवानी। बीते कई दिनों से जारी तापमान में गिरावट के चलते जिलावासियों को ठंड से बचाव के लिए सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। जहां तक संभव हो घर के अंदर ही रहें ताकि सर्द हवाओं से बचाव हो सके। उपायुक्त नरेश नरवाल ने जिलावासियों को यह परामर्श देते हुए कहा कि इस दौरान अपने आस-पास अकेले रहने वाले व्यक्तियों, विशेषकर वृद्धजनों की देखरेख करें।
उपायुक्त ने कहा कि घर पर रहने के कमरे में सर्दी से बचाव के लिए संभावित उपाय जरूर सुनिश्चित करें। इसके लिए गर्म खाद्य एवं पेय पदार्थो का प्रयोग करें तथा गर्म कपड़े पहनकर रखें। उन्होंने कहा कि घर से बाहर निकलते समय मफलर व टोपी आदि का इस्तेमाल करें। सर्द हवाओं से बचने के लिए सिर को ढक़कर रखें। शरीर को गीला न रहने दें और गीले होने पर कपड़ों को तुरंत बदलें। शरीर को गर्म रखने के लिए पौष्टिक भोजन करें। शरीर का तापमान कम होने अथवा असामान्य संकेत दिखाई दें तो तुरंत चिकित्सक से सलाह लें। उन्होंने ठंड से पशुधन के बचाव को लेकर भी विशेष सतर्कता बरतने की बात कही। पशुपालन एवं डेयरी विभाग के विशेषज्ञों से पशुपालक समय-समय पर सलाह लेते रहें।
जरुरतमंदों के लिए रैन बसेरों का भी किया गया इंतजाम
जिला उपायुक्त एवं रेडक्रास अध्यक्ष श्री नरेश नरवाल के मार्गदर्शन जिला रेडक्रास सोसायटी द्वारा शहर के महम गेट, रोहतक गेट, बावडीगेट, बस स्टैण्ड, एमसी कॉलोनी मोड चिडियाघर रोड, मुक्तिधाम,बीटीएम चौक, रेलवे स्टेशन अन्य स्थानों पर रैन बसेरों में गरीब व जरूरतमंद लोगों को कम्बल व गर्म कपड़े वितरित किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि जिले में चल रहे सभी रैन बसेरों में व्यापक सुविधा सुनिश्चित करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा है कि दिन प्रतिदिन सर्दी बढ़ती जा रही है ऐसे में कोई भी बेसहारा व्यक्ति बिना छत के खुले में न सोए और ठंड से बचने के लिए रैन बसेरे का सहारा ले। डीसी ने निर्देश दिए है कि जिला में रैन बसेरा की स्थिति बिल्कुल सही रखी जाए और इसमें आने वाले व्यक्तियों को प्रभावी ढंग से आश्रय दिया जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी बेघर व्यक्ति खुले में सोने को मजबूर न हो। इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को व्यक्तिगत रूप से शहर का, विशेषकर बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन व अस्पतालों आदि का दौरा करने को कहा। उन्होंने कहा कि दौरा करने वाले अधिकारी बाहर खुले में मिलने वाले लोगों को रैन बसेरों में स्थानांतरित करते समय उन्हें कंबल किए जा सकें।