इको सेंसिटिव जोन के विरोध में ग्रामीणों का प्रदर्शन

ऋषिकेश । केंद्र सरकार ने उत्तराखंड के राजाजी नेशनल पार्क को ईको सेंसिटिव जोन घोषित कर दिया है। इसके विरोध में शनिवार को ग्रामीणाें ने मोतीचूर रेंज में एकत्र होकर वन्यजीव अधिकारियों को ज्ञापन देने के साथ सांकेतिक धरना भी दिया। राजाजी राष्ट्रीय पार्क प्रभावित ग्राम संघर्ष समिति के बैनर तले धरना दिया गया।
राजाजी राष्ट्रीय पार्क प्रभावित ग्राम संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष संजय पोखरियाल के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में लोग सुबह से ही मोतीचूर रेंज कार्यालय में पहुंचने शुरू हो गए थे। ग्रामीणाें ने पार्क अधिकारियों के विरुद्ध राेष प्रकट किया। 
समिति के अध्यक्ष संजय पोखरियाल का कहना था कि इको सेंसेटिव जोन यहां वर्षों से रह रहे ग्रामीण लोगों के हक छीन लेगा। इससे लोग बेघर हो जाएंगे। ग्रामीण इसे लागू नहीं होने देंगे। इसे लागू कराने से पूर्व राजाजी राष्ट्रीय पार्क ने ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीणाें से संस्तुति के लिए संपर्क किया था लेकिन उन्होंने इसे पूरी तरह नकार दिया है।
ग्रामीणाें का कहना था कि यह कानून ग्रामीणों के हित में नहीं है। इस कानून में वर्ष 1986 में बनाए गए वन कानून से भी तालमेल नहीं किया गया है। इस क्षेत्र में रहने वाले लोग पहले से ही वन्यजीवों के साथ संघर्ष कर रहे हैं, जिसके कारण आए दिन निर्दोष लोगों की मौत भी हो रही है। अब इस कानून को लगाकर ग्रामीणों को बफर जोन से भी वंचित किया जा रहा है। इस दौरान समिति के संरक्षक मोहनलाल, भगवती प्रसाद नैनवाल, विशाल सिंह राणा, मनोज ज़ख्मोला आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

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